निसिग क्षेत्र में आगजनी से 15 एकड़ गेहूं व 73 एकड़ फाने जले
रविवार को निसिग क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आग ने खूब तांडव मचाया। किसानों की सवा 15 एकड़ गेहूं जलकर राख हो गई। वहीं 73 एकड़ गेहूं की अवशेष जल गए। घटना का पता चलते ही ग्रामीण आग बुझाने खेतों की तरफ दौड़ पड़े। उन्होंने पेड़ों की टहनियों व हरे घासफूस के साथ आग बुझाने के प्रयास किए।
संवाद सूत्र, निसिग : रविवार को निसिग क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आग ने खूब तांडव मचाया। किसानों की सवा 15 एकड़ गेहूं जलकर राख हो गई। वहीं 73 एकड़ गेहूं की अवशेष जल गए। घटना का पता चलते ही ग्रामीण आग बुझाने खेतों की तरफ दौड़ पड़े। उन्होंने पेड़ों की टहनियों व हरे घासफूस के साथ आग बुझाने के प्रयास किए। लेकिन आग इतना भयानक रूप ले चुकी थी। जिस पर काबू पाना सहज नही था। सूचना मिलते हीे फायर बिग्रेड की गाडी मौके पर पहुंची। उन्होंने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। वहीं किसानों ने भी आग बुझाने के लिए खड़ी फसल की खेत में ही जुताई कर आग को आगे बढ़ने से रोका। पहली घटना में माजरा रोड़ान गांव में करीब 11 बजे अचानक गेहूं के खेतों में आग लग गई। जिसमें निसिग से पहुंची दमकल टीम ने करीब दो घंटे की मेहनत के बाद आग बुझाई। आगजनी में किसान सेवा सिंह की चार एकड़, मनोज की दो एकड़, आभा राम की एक, जूंजू की आधी व हरसिंह की एक एकड़ गेहूं जल गई। वहीं किसान उदय सिंह के 10 एकड़, साधुराम के तीन व दीपू के दो एकड़ फाने जल गए। दूसरी घटना में पक्काखेड़ा निवासी किसान महेंद्र की चार एकड़ गेहूं व सात एकड़ फाने जल गए। प्योंत निवासी गुरजंट की डेढ़ एकड़ गेहूं व हरजीत सिंह की पौना एकड़ गेहूं जलकर राख हो गई। वहीं किसान जगतार सिंह पक्काखेड़ा के दस एकड़ फाने, बलदेव सिंह के 12 एकड़, सूखा सिंह के पांच, साहब सिंह के नौ, सुरेंद्र के चार, रामफल के आठ व मंदीप के तीन एकड़ फाने जल गए। किसानों के अनुसार आगजनी से लाखों रुपये का नुकसान पहुंचा है।