Boxer सुमित सांगवान को बड़ा झटका, डोप टेस्‍ट में पकड़े जाने के बाद एक साल का प्रतिबंध

हरियाणा के बॉक्‍सर सुमित सांगवान को बड़ा झटका लगा है। अंतरराष्‍ट्रीय बॉक्‍सर सुमित को डोप टेस्‍ट में पकड़ा गया है और उन पर एक साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 27 Dec 2019 02:51 PM (IST) Updated:Sat, 28 Dec 2019 09:50 AM (IST)
Boxer सुमित सांगवान को बड़ा झटका, डोप टेस्‍ट में पकड़े जाने के बाद एक साल का प्रतिबंध
Boxer सुमित सांगवान को बड़ा झटका, डोप टेस्‍ट में पकड़े जाने के बाद एक साल का प्रतिबंध

करनाल, [यशपाल शर्मा]। हरियाणा के अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर सुमित सांगवान को बड़ा झटका लगा है। डोप टेस्‍ट में फेल होने पर उन पर एक साल का प्रतिबंध लगाया गया है। उन पर यह प्रतिबंध राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) ने लगाया है। 11 वर्ष की उम्र से अपने करियर की शुरुआत करने वाले सुमित अप्रैल-2012 में अस्ताना में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सुर्खियों में आए।

लंदन ओलंपिक-2012 में भाग ले चुके सांगवान 91 किलोग्राम भारवर्ग के मुकाबले खेलते रहे हैं और फिलहाल ओलंपिक क्वालीफायर ट्रायल की तैयारी कर रहे थे। नाडा के डीजी नवीन अग्रवाल ने ट्वीट किया कि प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के दोषी सुमित सांगवान पर तुरंत प्रभाव से एक साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है।

सांगवान का नमूना 10 अक्टूबर को लिया गया था। उनके नमूने में डायूरेटिक्स और मास्किंग एजेंट के अंश पाए गए थे। इस संबंध में सुमित सांगवान का कहना है कि उनके लिए यह प्रतिबंध वर्ष-2020 टोक्यो में आयोजित होने वाले ओलंपिक में हिस्सा लेने पर रोक जैसा है। वह इस संबंध में हाई अथॉरिटी में अपील करेंगे। उन्‍हें उम्‍मीद है कि यह प्रतिबंध हट जाएगा।

11 वर्ष की उम्र में पहने दस्ताने

सुमित सांगवान का जन्म 1 जनवरी 1993 को करनाल के शेखपुरा सोहाना गांव में हुआ था। उनकी पिता किसान हैं और उनका नाम सुरेंद्र सिंह है। मां अनिता गृहिणी हैं। सुमित ने मात्र 11 वर्ष की उम्र में चाचा विनोद सांगवान व राजकुमार संगवान के उत्‍साहवर्द्धन से बॉक्सिंग दस्ताने पहन लिए थे। वह दिल्ली अकादमी में ट्रेनिंग के दौरान वर्ष 2009 में 16 वर्ष की उम्र वर्ष में मुकाबले लिए उतरे थे।

दो स्वर्ण पदक जीतकर राष्ट्रीय स्तर पर चमकने के बाद, वह तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने अस्ताना में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में स्वर्ण पदक जीता। अप्रैल 2012 में कजाकिस्तान में मेडल हासिल किया। सुमित ने वर्ष 2010 के एशियाई खेलों में रजत पदक हासिल किया। सुमित ने 2014 में अमेरिकी संगठन यूएसए नॉकआउट्स के लिए विश्व सीरीज ऑफ बॉक्सिंग में भाग लिया था। वर्ष-2015 में राष्ट्रीय बेस्ट बॉक्सर बने। उन्‍होंने वर्ष 2017 में एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता।

ओलंपिक-2020 के क्‍वालीफायर की कर रहे थे तैयारी

सांगवान के अनुसार वह 2020 के ओलंपिक के लिए क्वालीफायर ट्रायल की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, इस प्रतिबंध से उनका बड़ा झटका लगा है। नाडा की तरफ से उन पर प्रतिबंध तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है। सुमित ने बताया कि किसी प्रतियोगिता में शामिल होने से पहले किसी तरह की दवा के प्रयोग संबंधित जानकारी एक फार्म में देनी होती है जोकि डॉक्टरों ने नहीं दी और मेरे भी ध्यान नहीं रही। नाडा की जांच में डॉक्टरों ने माना कि सुमित अपनी जरूरत के लिए दवा ले रहे थे। इसे मैं नशीली दवा का प्रयोग न कहकर अपनी लापरवाही कहूंगा।

सुमित ने बताया कि डोप टेस्ट नियमों के अनुसार खिलाड़ी को चार साल तक का प्रतिबंध लगाया जा सकता है, जबकि उन्हें रियायत देते हुए एक साल का प्रतिबंध लगाया है। ओलम्पियाड-2020 में खेलना मेरे लिए बेहद जरूरी है और इसके लिए हाई अथॉरिटी के आगे अपना पक्ष रखकर प्रतिबंध को हटाने की अपील की जाएगी।

अब तक रिकार्ड रहा साफ-सुथरा : राजीव कुमार

जिला खेल अधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि खेल विभाग की ओर से राष्ट्रीय मुकाबलों में खिलाड़ी का डोप टेस्ट लाजमी कर दिया गया है और स्टेट लेवल भी जांच हो सकता है। सुमित सांगवान पर लगा एक साल का प्रतिबंध कम है और अपील करने पर हटाया भी जा सकता है। खिलाड़ी के साथ डॉक्टरों की टीम होती है, जोकि खिलाड़ी द्वारा ली गई मेडिसन की जानकारी देते हैं। प्रतिष्ठित खिलाडिय़ों में बॉक्सर सुमित का नाम लिया जाता है और उनका अब तक रिकार्ड शानदार रहा है।उनके खेल पर प्रतिबंध लगना किसी सपने जैसा है।

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