एंटीबायोटिक्स के प्रति जागरूकता जरूरी : डा पीयूष
जिला नागरिक अस्पताल द्वारा विश्व रोगाणुरोधी जागरूकता सप्ताह के तहत
जागरण संवाददाता, करनाल : जिला नागरिक अस्पताल द्वारा विश्व रोगाणुरोधी जागरूकता सप्ताह के तहत रोगाणुओं से होने वाली विभिन्न बीमारियों से बचाव व उपायों के प्रति जागरूक करने को लेकर विशेष प्रशिक्षण दिया गया। जिला नागरिक अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डा. पीयूष शर्मा ने कहा कि दवाओं के अनावश्यक उपयोग या दुरूपयोग के कारण जो कीटाणु रोग जनते हैं, वे दवा प्रतिरोधकता उत्पन्न कर लेते हैं। नतीजतन दवाएं उन कीटाणुओं पर कारगर नहीं रहती। जिस कारण साधारण से रोग लाइलाज हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि विश्व स्तर पर रोगाणुरोधी जागरूकता सप्ताह 24 नवम्बर तक मनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि एंटीबायोटिक्स के प्रति जागरूक करने का उद्देश्य वैश्विक रोगाणुरोधी प्रतिरोध के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। साथ ही दवा प्रतिरोधी संक्रमणों के आगे उभरने और प्रसार से बचने के लिए आम जनता व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करना है। यह सप्ताह दवा प्रतिरोधी रोगों की स्थापना और प्रसार से बचने के लिए उचित स्वास्थ्य प्रथाओं का पालन करने के महत्व पर भी जोर देता है। डा. पायल दलाल द्वारा एंटीबायोटिक्स के प्रयोग को लेकर विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर एसएमओ डा. बलवान, डीएमएस डा. रजनीश गर्ग, एसएमओ डा. जयवर्धने, आरएमओ डा. रविन्द्र संधू सहित अस्पताल के अन्य सभी डाक्टर व स्टाफ मौजूद थे। डोर-टू-डोर अभियान, लगाए टीके
संवाद सहयोगी, बल्ला : मूनक खंड में घर-घर जाकर कोविड-19 वैक्सीनेशन कैंप शुरू किया गया। यह हर सोमवार को गांव मूनक में निश्चित किया गया। सरकार के निर्देशों द्वारा किसी भी व्यक्ति को बिना वैक्सीन न रखने और देश को कोरोना मुक्त करने के आदेश हैं। इसी के तहत कैंप की शुरुआत की गई, जिसमें डा. अनिल कुमार, हेल्थ इंस्पेक्टर ओम सिंह, एएनएम सरिता ने घर-घर जाकर 123 कोरोना मुक्त वैक्सीन के टीके लगाए और गांव वासियों को कोरोनावायरस से बचाव के बारे में समझाया।