नलकूपों के आवेदक जल्द ही एस्टीमेट के अनुसार पैसा जमा कराएं : डा. चौहान

वर्ष 2014 में राज्य में मनोहर सरकार के अस्तित्व में आने के समय 24 घंटे बिजली की सुविधा केवल शहरों तक सीमित थी। ग्रामीण अंचल को भी शहरों की तरह जगमग करने के लिए कि वर्तमान सरकार म्हारा गांव जगमग गांव योजना लेकर आई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 05:50 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 05:50 AM (IST)
नलकूपों के आवेदक जल्द ही एस्टीमेट के अनुसार पैसा जमा कराएं : डा. चौहान
नलकूपों के आवेदक जल्द ही एस्टीमेट के अनुसार पैसा जमा कराएं : डा. चौहान

जागरण संवाददाता, करनाल : वर्ष 2014 में राज्य में मनोहर सरकार के अस्तित्व में आने के समय 24 घंटे बिजली की सुविधा केवल शहरों तक सीमित थी। ग्रामीण अंचल को भी शहरों की तरह जगमग करने के लिए कि वर्तमान सरकार म्हारा गांव जगमग गांव योजना लेकर आई। इसका परिणाम यह है कि आज प्रदेश के करीब 70 फीसद गांवों में 24 घंटे उजाला हो रहा है। हरियाणा सरकार की इस योजना से प्रदेश के करीब और 52सौ से अधिक गांवों में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति हो रही है। यह जानकारी हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष डा. वीरेंद्र सिंह चौहान ने दी। वह सोमवार को रेडियो ग्रामोदय के वेकअप करनाल कार्यक्रम में असंध क्षेत्र के उपभोक्ताओं की बिजली संबंधी समस्याओं पर कार्यकारी अभियंता गगन पांडे से चर्चा कर रहे थे।

चौहान ने क्षेत्र के उपभोक्ताओं को सलाह दी कि उन्हें अपना बिजली बिल घटाने के लिए सोलर संयंत्रों का अधिकाधिक इस्तेमाल करना चाहिए। अपने मकानों एवं प्रतिष्ठानों में सौर बिजली संयंत्र स्थापित करना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश के ग्रामीण अंचल में सोलर संयंत्रों के उपभोक्ताओं की संख्या अब भी अपेक्षा से कम है। गांवों में बैटरी आधारित सोलर संयंत्रों की अधिक मांग है। गगन पांडे ने एक उपभोक्ता के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि निसिग गोशाला पावर लाइन को जल्द निर्माणाधीन गोंदर पावर हाउस से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पावर हाउस अगले दो महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। इसी क्रम में पांडे ने जानकारी दी कि असंध डिवीजन में अब तीन के बजाय चार सब डिवीजऩ होंगी क्योंकि राज्य सरकार ने मंजूरी देकर सब डिवीजन को स्वीकृत कर दिया है।

सिचाई कनेक्शनों का रास्ता खुला

डा. चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2018 तक आवेदन कर चुके किसानों को जल्द ट्यूबवेल के कनेक्शन देने का निर्णय लिया गया है। जो किसान आवेदन के समय 30000 रुपये की राशि जमा करा चुके हैं उन्हें इस महीने के अंत तक एस्टीमेट के आधार पर बाक़ी राशि जमा कराने के लिए कहा गया है और इस बात के प्रयास किए जाएंगे कि धान के आगामी सीजन में खेतों को इनका पानी मिल सके।

गगन पांडे ने स्पष्ट किया कि असंध डिवीजऩ के ऐसे 784 आवेदकों को विभाग की ओर से प्रस्तावित लागत के हिसाब से दूसरी किस्त जमा करने का नोटिस भेजा गया है। इनमें से 127 लोगों ने दूसरी किस्त की राशि जमा कर दी है। जैसे-जैसे उपभोक्ताओं की राशि जमा होगी कनेक्शन देने में उन्हें प्राथमिकता मिलेगी।

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