कोई भी बच्चा शिक्षा प्राप्त करने से न रहे वंचित : सीजेएम
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा 217 ऐसे बच्चों को चिह्नित किया, जो किसी ना किसी वजह से स्कूल नहीं जाते या फिर किसी मजबूरी की वजह से पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी।
जागरण संवाददाता, करनाल : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा 217 ऐसे बच्चों को चिह्नित किया, जो किसी ना किसी वजह से स्कूल नहीं जाते या फिर किसी मजबूरी की वजह से पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी।
प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम हितेश गर्ग ने बताया कि शिक्षित बच्चा-बेहतर भविष्य अभियान जोकि 29 अगस्त से 4 सितंबर तक चलाया गया था। इसके तहत इंद्री खंड के 68 गांवों में सर्वे किया गया। अभियान को सफल बनाने के लिए चार अलग-अलग टीमें बनाई गई, जिसमें पैनल के अधिवक्ता और पैरा लीगल वालंटियर शामिल रहे।
सीजेएम ने मंगलवार को शमशेर ¨सह, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, ईश्वर ¨सह, जिला शिक्षा अधिकारी तथा विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्यो की एडीआर स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में मी¨टग ली।
उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न रहे। 6 साल से 14 साल तक के बच्चों को प्राथमिक शिक्षा दिलवाना हर माता-पिता का मौलिक कर्तव्य और प्राथमिक शिक्षा मिलना हर बच्चे का मौलिक अधिकार है। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अब तक 20 ऐसे बच्चों को दाखिला दिलाया गया जो स्कूल नहीं जाते थे।