आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन की हड़ताल आज
हरियाणा सरकार व महिला एवं बाल विकास परियोजना मांगें न माने जाने के विरोध में आंगनबाड़ वर्कर्स एवं हेल्पर यूनियन आठ दिसंबर से हड़ताल करेगी।
जागरण संवाददाता, करनाल: हरियाणा सरकार व महिला एवं बाल विकास परियोजना द्वारा कथित वादाखिलाफी किए जाने के विरोध में आठ दिसंबर से आंगनबाड़ी वर्कर्स की तालाबंद हड़ताल रहेगी। जब तक सरकार आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन की मांगों को लागू नहीं करती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। यूनियन की जिला सचिव बिजनेश राणा, रूपा राणा और रीना ने पीओ करनाल को हड़ताल का नोटिस दिया। जिला प्रधान रूपा राणा व सचिव बिजनेश राणा ने कहा कि हरियाणा सरकार वर्करों व हेल्परों की मांगों को लागू करने के बजाय प्ले वे स्कूल व डायरेक्ट कैश ट्रासफर के नाम पर आंगनबाड़ी केन्द्रों को एनजीओ के हवाले करना चाहती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 2018 में लंबी हड़ताल के बाद मांगों को मान लिया था और लागू करने का आश्वासन दिया था। खेद की बात है कि आज तीन साल बीत जाने के बाद भी एक मांग तक पूरी नहीं हुई। सीटू जिला प्रधान सतपाल सैनी, सचिव जगपाल राणा व उपप्रधान ओपी माटा ने कहा कि आंदोलन के बाद सरकार बातचीत करके मांगों को लागू नहीं करती, वादा खिलाफी करती है। उन्होंने मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर व हेल्पर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, न्यूनतम वेतन 24 हजार व 16 हजार रुपये दिया जाए, 2018 में की गई घोषणाओं को सरकार जल्द लागू करे, बिना संसाधन दिए वर्करों व हेल्परों से आनलाइन कार्य न करवाया जाए तथा रिटायरमेंट के अवसर पर वर्कर को पांच लाख तथा हेल्पर को तीन लाख रुपये सम्मान के रूप में दिए जाएं।