डीएपी खाद को लेकर मारामारी, पुलिस की मौजूदगी में बांटे बैग

क्षेत्र में डीएपी खाद को लेकर मारामारी के हालात बन गए। सुबह सात बजे किसान खाद लेने के लिए एकत्रित होना शुरू हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 08:02 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 08:02 PM (IST)
डीएपी खाद को लेकर मारामारी, पुलिस की मौजूदगी में बांटे बैग
डीएपी खाद को लेकर मारामारी, पुलिस की मौजूदगी में बांटे बैग

संवाद सूत्र, निसिग : क्षेत्र में डीएपी खाद को लेकर मारामारी के हालात बन गए। सुबह सात बजे किसान खाद लेने के लिए एकत्रित होना शुरू हो गए। इसी बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। वितरण व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए पुलिस पहुंची। ट्रक में साढ़े सात सौ बैग थे। पुलिस की मौजूदगी में प्रत्येक किसान को पांच-पांच बैग वितरित किए गए। खाद को लेकर किसानों की लंबी लाइन लगी रही। खाद खत्म होने के बाद काफी किसान मायूस लौट गए लेकिन किसानों की लाइन कम नहीं हुई।

किसान हरजीत सिंह ने बताया कि गेहूं बिजाई का उचित समय चल रहा है। कुछ किसानों ने खेतों में जीरो टिलेज व हैप्पी सीडर से धान के खेतों में बिजाई शुरू कर दी है। किसानों को डीएपी उर्वरक नहीं मिल रहा। किल्लत के चलते किसानों की बिजाई लेट हो रही है। पश्चिमी तेज हवा के कारण उनके खेतों की नमी घट रही है। किसानों को डीएपी की सख्त जरूरत है ताकि समय पर उचित नमी में गेहूं की बिजाई की जा सके।

मंगलवार को भी हुआ था हंगामा

जानकारी के अनुसार मंगलवार को किसानों ने निसिग में डीएपी के बैगों से भरे एक ट्रक को रोक लिया था। इस बीच हंगामे के बाद बुधवार सुबह खाद आवंटन की बात तय की गई थी। इसी के अनुरूप उप कृषि निदेशक आदित्य प्रताप डबास व पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे। बुधवार सुबह ट्रक को पुरानी मंडी में खड़ा करके किसानों को पांच-पांच थैले खाद वितरित किया गया।

डीएपी के साथ दे रहे बीज

अखिल भारतीय किसान सभा के ब्लाक प्रधान गुलजार सिंह ने आरोप लगाया कि खाद विक्रेता बीज की बिक्री भी करते हैं। जो भी किसान डीएपी मांगने जाता था, उससे बीज कितने एकड का लेंगे, यह बात भी पूछी जाती थी। जो इनसे बीज लेता था उसे खाद मिल जाता था। लेकिन जो बीज अपने घर से डालने की बात कहता उसे डीएपी खत्म होने की बात कह देते थे। इसकी जांच और आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।

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