गर्मियों में नहीं लगेंगे बिजली कट, 24 नए फीडर की सौगात
निसिग गर्मी के मौसम में बिजली की खपत बढऩे से अकसर अवैध कट लगने शुरू हो जाते हैं। कई बार अधिक लोड के कारण ट्रांसफार्मर जलने व तारें टूटने से सप्लाई बाधित हो जाती है। इस बार समस्याओं को समय रहते खत्म करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं ताकि गर्मी में लोगों को सप्लाई खराब होने संबंधी समस्याओं का सामना नहीं न करना पड़े।
अनिल भार्गव, निसिग : गर्मी के मौसम में बिजली की खपत बढऩे से अकसर अवैध कट लगने शुरू हो जाते हैं। कई बार अधिक लोड के कारण ट्रांसफार्मर जलने व तारें टूटने से सप्लाई बाधित हो जाती है। इस बार समस्याओं को समय रहते खत्म करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं ताकि गर्मी में लोगों को सप्लाई खराब होने संबंधी समस्याओं का सामना नहीं न करना पड़े।
बिजली निगम के एसडीओ केके यादव ने बताया कि निसिग सब-डिविजन में करीब 72 फीडर हैं। तीन फीडर अर्बन सप्लाई करते हैं जबकि 12 आरडीएस व 57 फीडर एपी (एग्रीकल्चर पावर) के हैं। गर्मियों में धान रोपाई को लेकर फीडरों पर अधिक लोड बढ़ जाता है। इससे कहीं तार टूटकर सप्लाई बाधित हो जाती थी या फिर लाइन कट करना मजबूरी बन जाती थी। किसानों को फसली सीजन में परेशानी झेलनी पड़ती थी। आरडीएस खराब होने पर लोगों को गर्मी में बेहाल होना पड़ता था। इस बार विभाग ने 24 नए फीडर बनाए हैं, जिन्हें नजदीकी पावर हाउस से जोड़ा जाएगा। किसानों व आमजन को निर्बाध बिजली मिल सकेगी।
चालू होगें दो नए पावर हाउस
विभाग के एक्सईएन गगन पांडे ने बताया कि निसिग सब-डिविजन में गोंदर व चकदा गांव में 33 केवी के पावर हाउस बन रहे हैं। ये धान रोपाई के सीजन से पहले चालू हो जाएंगे। कई नजदीकी फीडरों को इन पावर हाउसों से सप्लाई दी जाएगी। पुराने फीडरों की लंबाई व लोड कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि बीते दिनों फीडरों कीे मेंटेनेंस का प्रस्ताव भेजा गया था। यह पास होने के साथ ही टेंडर भी हो गया। कंपनी के ठेकेदार ने क्षेत्र में फीडरों की रिपेयर और द्विभाजन का काम भी शुरू कर दिया है। इनमें करीब दो दर्जन फीडर शामिल हैं। वहीं उनकी तरफ से ओवरलोड ट्रांसफार्मरों को बदल कर अंडरलोड किया जा रहा है। जर्जर तारें बदलने सहित अन्य कार्य भी किए जाएंगे। ताकि गर्मी के सीजन में लोगों को परेशानी ना हो। उन्होंने बताया कि असंध डिविजन के ठरी गांव व असंध में भी पावर हाउस का निर्माण चल रहा है, जो जल्द चालू होंगे।