प्रदेश के पहले जीआइएस सब स्टेशन से मिलेगी साढ़े 10 हजार उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली

स्मार्ट सिटी के जाटों गेट में प्रदेश के पहले 33 केवी के जीआइएस यानि गैस इंसुलेटिड सब स्टेशन की शुरुआत कर दी गई है। 11.60 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए गए इस सब स्टेशन से शाम नगर जाटों गेट मीरा घाटी सुभाष गेट जुंडला गेट बांसो गेट चांद सराय मंगल कालोनी सेक्टर-16 मटक माजरी आदि क्षेत्रों के लगभग 10500 उपभोक्ता लाभान्वित होंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 07:10 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 07:10 AM (IST)
प्रदेश के पहले जीआइएस सब स्टेशन से मिलेगी साढ़े 10 हजार उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली
प्रदेश के पहले जीआइएस सब स्टेशन से मिलेगी साढ़े 10 हजार उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली

प्रदीप शर्मा, करनाल: स्मार्ट सिटी के जाटों गेट में प्रदेश के पहले 33 केवी के जीआइएस यानि गैस इंसुलेटिड सब स्टेशन की शुरुआत कर दी गई है। 11.60 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए गए इस सब स्टेशन से शाम नगर, जाटों गेट, मीरा घाटी, सुभाष गेट, जुंडला गेट, बांसो गेट, चांद सराय, मंगल कालोनी, सेक्टर-16 मटक माजरी आदि क्षेत्रों के लगभग 10500 उपभोक्ता लाभान्वित होंगे। निगम अधिकारियों के मुताबिक एआइएस यानि एयर इंसुलेटिड सब स्टेशन में पानी गिरने, फ्लेक्स या प्लास्टिक उड़कर चिपकने तथा आंधी में लाइन बंद हो जाती है। लेकिन जीआइएस में लाइन बंद होने की संभावना नहीं रहती। उपभोक्ताओं को निर्बाध सप्लाई मिलती है। आटोमेटिक सिस्टम से लैस एक कर्मचारी द्वारा ही लेपटाप या कंप्यूटर से सब स्टेशन को कंट्रोल किया जाता है।

ऐसे काम करता है जीआइएस

जीआइएस पूरी तरह इंडोर होता है। इसके सिस्टम में बड़ी पाइप लाइनें होती हैं, जिसमें गैस भरी जाती है। इसमें सब स्टेशन के इक्यूपमेंट इंस्टाल किए जाते हैं। आटोमेटिक सिस्टम से लैस इसे कंप्यूटर सिस्टम से संचालित किया जाता है। विशेष बात यह है कि इसमें न तो अधिक कर्मचारियों की जरूरत होती है और न मेंटेनेंस की। सभी सब स्टेशन हैं एआइएस

जिले में इस समय सभी सब स्टेशन एयर इंसुलेटिड सिस्टम से काम करते हैं। इसके लिए जमीन की अधिक आवश्यकता होती है और बड़े-बड़े ट्रांसफार्मर, पोल व बिजली के अन्य सामान की जरूरत होती है। यह सिस्टम ज्यादातर मेनुअल सिस्टम से काम करता है। इसके रख-रखाव के लिए भी अधिक पैसे खर्च होते हैं। यह खुले होने के कारण आए दिन कोई ना कोई तकनीकी खराबी आती रहती है। अधिकारियों का दावा है कि जीआइएस आधारित सब स्टेशन को पारंपरिक सब स्टेशन की तुलना में 40 फीसदी कम जमीन की आवश्यकता होती है।

वर्जन

फोटो---18 नंबर है।

शहर के लोगों के लिए बड़ी सौगात

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जाटों गेट में प्रदेश का पहला जीआइएस सब स्टेशन शुरू हो चुका है। इसमें मेंटनेंस खर्च नहीं होता और तकनीकी खराबी की गुंजाइश ना के बराबर होती है। इसलिए उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली उपलब्ध होगी। मौसम का ज्यादा प्रभाव इस सब स्टेशन पर नहीं पड़ता, सर्दी, गर्मी, आंधी बरसात सभी परिस्थितियों में यह सब स्टेशन चालू स्थिति में रहता है। यह स्मार्ट सिटी के लोगों के लिए बड़ी सौगात है। धर्म सुहाग, एक्सईएन सिटी, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम करनाल।

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