जल जीवन का आधार, इसका संचय करना जरूरी : दीपक कुमार

संवाद सहयोगी गुहला-चीका गांव अरनौली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जन स्वास्थ्य अभियां

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 05:39 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 05:39 PM (IST)
जल जीवन का आधार, इसका संचय करना जरूरी : दीपक कुमार
जल जीवन का आधार, इसका संचय करना जरूरी : दीपक कुमार

संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : गांव अरनौली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जिला सलाहकार दीपक कुमार ने स्कूली विद्यार्थियों को जल संरक्षण के बारे में बताया। कहा कि विश्व की 18 प्रतिशत आबादी हमारे देश में रहती है, लेकिन हमारे पास मात्र चार प्रतिशत पानी उपलब्ध है। बारिश के पानी का मात्र आठ प्रतिशत पानी ही हम संचय कर रहे हैं। भारत में 1911 अरब क्यूबिक मीटर पानी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि विश्व के 20 शहर जहां पानी की किल्लत है। उस सूची में भारत के पांच शहर शामिल है। नंबर दो पर दिल्ली, छठे स्थान पर कोलकाता, 18वें स्थान पर चेन्नई, 19वें स्थान पर बेंगलुरु और 20वें स्थान पर हैदराबाद है। वहीं अगर हम कैथल जिले की बात करें तो कैथल जिले के सात खंडों में से दो खंड राजौंद व गुहला को केंद्रीय भू-जल विभाग द्वारा डार्क जोन घोषित कर दिए गए हैं। दीपक कुमार ने बच्चों को एफटीके फील्ड टेस्टिग कीट के बारे में जानकारी दी। बताया कि फील्ड टेस्टिग कीट में पानी डालकर रखने के बाद 30 से 35 डिग्री तापमान पर 12 से 24 घंटे में पानी की गुणवत्ता का प्रमाण मिल जाएगा। किट में डालने के बाद पानी काला हो गया तो वह पीने योग्य नहीं है। ऐसे गांव में पानी की शुद्धता को लेकर विभाग की तरफ से समाधान के प्रयास किए जाएंगे। इस मौके पर विभाग के बीआरसी रघुबीर सिंह, विद्यालय की प्रधानाचार्या पूनम कालड़ा व वीरेंद्र शास्त्री मौजूद रहे।

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