सिटी स्क्वेयर निर्माण को लेकर रिकार्ड लेने नप कार्यालय पहुंची विजिलेंस पंचकूला की टीम

जागरण संवाददाता कैथल शहर का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट सिटी एंड बैंक स्क्वेयर एक बार फिर सु

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 06:28 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 06:28 PM (IST)
सिटी स्क्वेयर निर्माण को लेकर रिकार्ड लेने नप कार्यालय पहुंची विजिलेंस पंचकूला की टीम
सिटी स्क्वेयर निर्माण को लेकर रिकार्ड लेने नप कार्यालय पहुंची विजिलेंस पंचकूला की टीम

जागरण संवाददाता, कैथल : शहर का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट सिटी एंड बैंक स्क्वेयर एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। मंगलवार को मामले से संबंधित रिकार्ड लेने के लिए पंचकूला से विजिलेंस के दो अधिकारियों की टीम नगर परिषद कार्यालय पहुंची। टीम ने ईओ कुलदीप मलिक और एक्सईएन हिमांशु लाटका से निर्माण कार्य से संबंधित रिकार्ड मांगा। अधिकारियों की तरफ से रिकार्ड उपलब्ध करवा दिया गया है। विजिलेंस की टीम करीब दो घंटे तक नप कार्यालय में रही और निर्माण कार्य के बारे में जानकारी हासिल की। बता दें कि सिटी एंड बैंक स्क्वेयर मामले में स्थानीय प्रशासन और सीएम फ्लाइंग जांच कर चुकी है। अब विजिलेंस की टीम जांच कर रही है। मामला दर्ज होने के बाद से ही निर्माण कार्य लगभग बंद पड़ा है। निर्माण कार्य करने वाली एजेंसी के बिल अटके हुए हैं और नप अधिकारी विवाद के कारण निर्माण कार्य शुरू करवाने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं।

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यह है सिटी एंड बैंक स्क्वेयर निर्माण विवाद

बता दें कि अक्टूबर 2018 में पुराने बस स्टैंड की जगह पर 43 कनाल 10 मरले जमीन पर बैंक स्क्वेयर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। यह कार्य अक्टूबर 2020 को पूरा होना था, लेकिन विवाद के कारण अटका हुआ है। पहले इस कार्य के लिए 38 करोड़ रुपये मंजूर किए गए थे, लेकिन बाद में इस राशि को बढ़ाकर 54 करोड़ रुपये कर दिया गया था। 25 मार्च 2019 को सीएम फ्लाइंग के डीएसपी की शिकायत पर निर्माण कार्य को लेकर तत्कालीन नप चेयरपर्सन, नप ईओ, ठेकेदार सहित 11 अधिकारियों पर मामला दर्ज किया गया था। नप अधिकारियों पर आरोप लगे थे कि निर्माण करने वाली एजेंसी को पाइल टेस्टिग के नाम पर एक करोड़ 88 लाख रुपये की गलत पेमेंट की गई थी। इस प्रोजेक्ट पर अब तक करीब 30 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं और करीब दस करोड़ के बिल ठेकेदार के अटके हुए हैं।

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नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी कुलदीप मलिक ने बताया कि सिटी स्क्वेयर मामले में पंचकूला से विजिलेंस टीम आई थी। टीम ने उनसे जो रिकार्ड मांगा वह उपलब्ध करवा दिया गया था।

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