बारदाना नहीं मिलने के विरोध में हैफेड कार्यालय के बाहर आढ़तियों का प्रदर्शन
गेहूं की आवक मंडी में तेज हो गई है लेकिन खरीद एजेंसियों द्वारा समय पर बारदाना उपलब्ध ना करवाए जाने से गेहूं का तोल व लिफ्टिग नहीं हो पा रही है। इससे किसान और आढ़ती दोनों परेशान हैं।
संवाद सहयोगी, गुहला चीका: गेहूं की आवक मंडी में तेज हो गई है, लेकिन खरीद एजेंसियों द्वारा समय पर बारदाना उपलब्ध ना करवाए जाने से गेहूं का तोल व लिफ्टिग नहीं हो पा रही है। इससे किसान और आढ़ती दोनों परेशान हैं। बारदाना नहीं मिलने से खफा आढ़तियों ने खरीद एजेंसी हैफेड के सोसाइटी कार्यालय के बाहर शनिवार को प्रदर्शन किया। मंडी के पूर्व प्रधान जय पाल गर्ग, मुनीम एसोसिएशन के प्रधान राजेंद्र कुमार, विक्की, रामकुमार, सुशील कुमार, सुरेंद्र कुमार, सुभाष, पवन, जौनी, अनिल व अमन कुमार ने बताया कि मंडी में बारदाने की भारी किल्लत चल रही है। उन्होंने कहा कि हैफेड की तरफ से चीका मंडी में बारदाना काफी कम मात्रा में भेजा गया है, जिसके चलते बहुत आढ़तियों को बारदाना मिल ही नहीं पाया। आढ़तियों ने बताया कि दूसरी खरीद एजेंसी फूड सप्लाई की तरफ से भी पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध नहीं करवाया गया है, जिसके चलते मंडी में तोल व लिफ्टिग का काम प्रभावित हो रहा है।
आढ़तियों में बांट दिया है बारदाना
हैफेड की तरफ से जितना भी बारदाना भेजा गया था। वह पूरा का पूरा मंडी में आढ़तियों को बांट दिया है। रात तक काफी मात्रा में बारदाना पहुंच जाएगा। रविवार सुबह ही हर एक आढ़ती को उसकी खरीद के मुताबिक बारदाना उपलब्ध करवा दिया जाएगा।- मान सिंह, मैनेजर हैफेड चीका
कृषि कानून लागू होते ही बढने लगे हैं जरूरी चीजों के दाम: चरणजीत कौर
संवाद सहयोगी, गुहला चीका:
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां व भाकियू चढूनी द्वारा रिलायंस पेट्रोल पंप चीका पर दिया। धरने की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां खंड गुहला के प्रधान प्रताप सिंह व मंच संचालन सुल्तान सिंह ने किया। सतपाल सिंह, भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। आम जरूरत की वस्तुएं महंगी हो रही हैं। तेल, गैस, खाद और बीज के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके कारण खेती की लागत भी बढ़ती जा रही है, जबकि किसानों की फसल का रेट पूरा नहीं मिल रहा है। इस मौके पर शीशन सिंह, बलबीर सिंह, कश्मीर सिंह, जाबर सिंह, हरचंद कौर, हरजंत कौर, सुरजीत कौर, अमरीक कौर चाणचक व हरजिद्र सिंह मझेड़ी भी उपस्थित रहे।