तीन कृषि कानूनों को रद किए बिना नहीं होगा कोई समझौता : अमर
किसान संयुक्त मोर्चा के सदस्यों ने तीन कृषि कानूनों के विरोध धरना दिया। अध्यक्षता अमर सिंह चीका ने की। अमर सिंह ने कहा कि किसान संगठनों ने तय कर लिया है कि भविष्य में जिस भी राज्य में चुनाव होंगे किसान भाजपा का जमकर विरोध करेंगे।
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका :
किसान संयुक्त मोर्चा के सदस्यों ने तीन कृषि कानूनों के विरोध धरना दिया। अध्यक्षता अमर सिंह चीका ने की। अमर सिंह ने कहा कि किसान संगठनों ने तय कर लिया है कि भविष्य में जिस भी राज्य में चुनाव होंगे किसान भाजपा का जमकर विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव होने हैं और वहां पर किसान संगठन बीजेपी को वोट ना देने की अपील जनता से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के सिवा कुछ और मंजूर नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंदोलन को चलते हुए तीन माह से ज्यादा का समय हो चुका है और किसान अपनी जमीनों को बचाने के लिए दिल्ली बॉर्डर सहित अन्य राज्यों के बॉर्डरों पर धरना दिए बैठें है। आंदोलन के दौरान 300 से ज्यादा किसान अपनी जान गंवा चुके है, लेकिन केंद्र सरकार टस से मस नहीं हो रही।
कृषि कानूनों के विरोध मंडी में किसान आज देंगे धरना
जागरण संवाददाता, कैथल:
खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने कृषि कानूनों के विरोध रिलायंस पेट्रोल पंप पर धरना दिया। अध्यक्षता किसान गुलाब सिंह प्योदा ने की। किसान सभा के जिला प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि हमारा धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती। भाजपा सरकार को बिजली बिल 2020 वापस लेना चाहिए व एमएसपी की गारंटी नहीं दी जाती। संयुक्त किसान मोर्चा के निर्णय अनुसार कल 19 मार्च को मंडी बचाओ खेती बचाओ के तहत अनाज मंडियों में धरने दिए जाएंगे ।
21 मार्च को जवाहर पार्क कैथल होने वाली बहुजन महापंचायत में किसान भी बढ़ चढ़ कर भाग लेंगे। 23 मार्च को शहीदे आजम भगत सिंह,राजगुरु व सहदेव का शहीदी दिवस मनाया जाएगा, 26 मार्च को भारत बंद किया जाएगा व 28 मार्च को होली के दिन तीनों कानूनों की प्रतियां जलाई जाएंगी। इस मौके पर किसान बलबीर, राजेंद्र, रामकुमार, रणधीर व राजेश मौजूद थे।