कम हुआ कोरोना का कहर तो शुरू हुआ आय वेरिफिकेशन का कार्य
कोरोना के कारण नगर परिषद की तरफ से किए जा रहे सभी महत्वपूर्ण कार्य रोक दिए गए थे। इनमें आय वेरिफिकेशन का कार्य भी शामिल था। कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे थे जिस कारण सर्वे करने वाली टीमों ने काम छोड़ दिया था। अब कोरोना संक्रमण का खतरा कम हो रहा है तो सर्वे के कार्य को दोबारा से शुरू कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना के कारण नगर परिषद की तरफ से किए जा रहे सभी महत्वपूर्ण कार्य रोक दिए गए थे। इनमें आय वेरिफिकेशन का कार्य भी शामिल था।
कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे थे, जिस कारण सर्वे करने वाली टीमों ने काम छोड़ दिया था। अब कोरोना संक्रमण का खतरा कम हो रहा है तो सर्वे के कार्य को दोबारा से शुरू कर दिया गया है।
नगर परिषद और नगर पालिकाओं की तरफ से लोगों के परिवार पहचान पत्र बनाए गए थे। जिन परिवारों ने अपनी सालाना आय 25 हजार से कम भरी हुई थी, उनकी वेरिफिकेशन की जानी है। जिले भर में ऐसे 13 हजार 677 परिवार हैं, जिनका आर्थिक सर्वे दोबारा से शुरू कर दिया गया है।
इस कार्य को करने के लिए तीन अलग-अलग टीमों काम कर रही हैं। परिवार के लोगों से उनकी आय पूछी जा रही है। इसके साथ ही पड़ोसियों से भी जानकारी ली जा रहा है। सरकार के निर्देशानुसार यह सर्वे करवाया जा रहा है। सर्वे के बाद इन परिवारों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। अभी तक करीब आठ हजार परिवारों का सर्वे हो चुका है। सर्वे के दौरान करीब 500 परिवार ऐसे मिले हैं जिनके बारे में टीम को कोई जानकारी नहीं मिली।
जरूरी है परिवार पहचान पत्र
सरकार की तरफ से सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए परिवार पहचान पत्र अनिवार्य किया हुआ है। जिन परिवारों ने अभी तक भी पहचान पत्र नहीं बनवाए हैं, उनके लिए नगर परिषद और नगर पालिकाओं में काउंटर लगाए हुए हैं। नगर परिषद एरिया में करीब 40 हजार परिवार हैं, जिनमें से करीब 35 हजार परिवारों के ही पहचान पत्र बनाए गए हैं। पहचान पत्र में गलतियों को अपडेट करने का कार्य भी किया जा रहा है।
आर्थिक सर्वे शुरू
नगर परिषद सचिव धर्मवीर सिंह ने बताया कि परिवार पहचान पत्र को लेकर आर्थिक सर्वे शुरू कर दिया गया है। इस बारे में जिला प्रशासन की तरफ से भी निर्देश जारी किए गए थे। जल्द ही सर्वे के कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। जिन परिवारों ने अपनी सालाना आय 25 हजार रुपये से कम भरी हुई है, उन परिवारों की वेरिफिकेशन की जा रही है।