नगर परिषद कार्यालय ही बदहाल, कैसे होगी शहर की संभाल

शहर में साफ-सफाई रखने की जिम्मेदारी नगर परिषद की है। शहर में सफाई कैसी होती होगी इसका अंदाजा नगर परिषद कार्यालय से ही लगाया जा सकता है। कार्यालय में करीब आठ डस्टबिन रखे हुए हैं और सभी टूटे हुए हैं। डस्टबिन की सफाई नहीं हो पाती जिस कारण उनके पास ही कचरे के ढेर लगे रहते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 05:07 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 05:07 PM (IST)
नगर परिषद कार्यालय ही बदहाल, कैसे होगी शहर की संभाल
नगर परिषद कार्यालय ही बदहाल, कैसे होगी शहर की संभाल

जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में साफ-सफाई रखने की जिम्मेदारी नगर परिषद की है। शहर में सफाई कैसी होती होगी, इसका अंदाजा नगर परिषद कार्यालय से ही लगाया जा सकता है। कार्यालय में करीब आठ डस्टबिन रखे हुए हैं और सभी टूटे हुए हैं। डस्टबिन की सफाई नहीं हो पाती, जिस कारण उनके पास ही कचरे के ढेर लगे रहते हैं। वीरवार को भी कुछ ऐसा ही नजारा नप कार्यालय में देखने को मिला। दोपहर दो बजे तक कचरे का उठान नहीं किया गया था। नप के पास करीब 400 कच्चे और पक्के सफाई कर्मचारी हैं। नप के कार्यकारी अधिकारी, एक्सईएन और अन्य अधिकारी रोजाना कार्यालय में आते हैं, लेकिन उनका ध्यान टूटे हुए डस्टबिनों पर नहीं गया। अगर शहर में कोई व्यक्ति गंदगी फैला रहा हो तो नियमों का हवाला देकर उस पर जुर्माना लगा दिया जाता है। अब अपने ही कार्यालय में ये हाल है तो जुर्माना लगाने वाला कोई नहीं है। ऐसा नहीं है कि शहर के लोग नप कार्यालय में गंदगी डालते हैं। नप कर्मचारी ही इन डस्टबिनों में गंदगी डालते हैं, लेकिन समय पर इनकी सफाई करना भूल जाते हैं।

कार्यालय में रखा वाटर कूलर खराब

नगर परिषद कार्यालय में एक वाटर कूलर रखा हुआ है। कई दिनों से वाटर कूलर खराब है। नप अधिकारी इसे ठीक करवाने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। हालात ये हैं कि नप कार्यालय में पानी के कैंपर मंगवाने पड़ रहे हैं। उनमें से ही एक कैंपर को वाटर कूलर के ऊपर रख दिया जाता है। कैंपर खाली होने के बाद दोबारा उसमें पानी भी नहीं भरा जाता। ऐसे में लोगों को नगर परिषद कार्यालय के बाहर जाकर पानी पीना पड़ता है।

शौचालयों में सफाई नहीं

नगर परिषद कार्यालय में तीन सार्वजनिक शौचालय बनाए हुए हैं। इनके अलावा हर नप अधिकारी के कमरे में शौचालय बने हुए हैं। अधिकारियों के शौचालयों की रोजाना सफाई होती है, लेकिन लोगों के लिए बनाए गए शौचालयों में सफाई नियमित नहीं करवाई जाती। इन शौचालयों के पास बदबू का आलम बना रहती है और किसी अधिकारी का इनकी तरफ ध्यान नहीं जाता।

वर्जन

नगर परिषद कार्यालय में नियमित रूप से सफाई करवाई जाती है। कितने डस्टबिन टूटे हुए हैं इसके बारे में जानकारी ली जाएगी और उन्हें ठीक करवा दिया जाएगा।

- रविद्र सिंह, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद।

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