नए आदेशों में उलझा नप में रात की सफाई का टेंडर

नगर परिषद की ओर से मई माह के पहले सप्ताह में रात की सफाई का ठेका देने के लिए टेंडर लगाया गया था। टेंडर को लेकर शहरी स्थानीय निकाय विभाग की ओर से नए निर्देश जारी किए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 09:38 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 09:38 AM (IST)
नए आदेशों में उलझा नप में रात की सफाई का टेंडर
नए आदेशों में उलझा नप में रात की सफाई का टेंडर

जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की ओर से मई माह के पहले सप्ताह में रात की सफाई का ठेका देने के लिए टेंडर लगाया गया था। टेंडर को लेकर शहरी स्थानीय निकाय विभाग की ओर से नए निर्देश जारी किए गए हैं। जो एजेंसी ठेका लेगी उसे कचरा उठाना होगा और उसके बाद उसे अलग-अलग भी करना होगा। इसमें से गीला-सूखा कचरा भी अलग करना है। एजेंसी के सभी कर्मचारी वर्दी में सभी उपकरणों के साथ काम करेंगे। शहर में रात की सफाई को लेकर एक साल में करीब 84 लाख रुपये खर्च होने हैं। 15 मई से रात को सफाई नहीं हो रही है। नए आदेशों के बाद टेंडर खोलने की प्रक्रिया रोक दी गई है। 30 जनवरी को ठेका खत्म हो गया था, जिस कारण ठेके पर लगे 65 कर्मचारी बेरोजगार हो गए थे। हालांकि एक महीने के लिए प्रशासनिक अनुमति लेकर कर्मचारियों को काम पर रख लिया गया था। हालांकि फिलहाल रोड स्वीपिग मशीन से रात को सफाई करवाई जा रही है।

बॉक्स

बीच में रोकी टेंडर प्रक्रिया

नए आदेश आने के बाद नगर परिषद की ओर से टेंडर प्रक्रिया को बीच में ही रोक दिया गया है। दस एजेंसियों ने रात की सफाई का ठेका लेने के लिए आवेदन किया हुआ है। तकनीकी बिड खोली गई थी, जिसमें पांच एजेंसियां ही ठेके लेने के योग्य पाई गई हैं। अब प्रक्रिया को बीच में रोक दिया गया है।

बॉक्स

इन स्थानों पर प्रभावित हो रही सफाई व्यवस्था

शहर में जिन स्थानों पर डोर टू डोर कचरा उठाने वाली एजेंसी सफाई नहीं करती थी, उनके लिए अलग से सफाई का टेंडर दिया गया था। रात को आठ बजे से 12 बजे तक सफाई होती थी। छात्रावास रोड, खुराना रोड, नरवानियां बिल्डिंग, ढांड रोड, अंबाला रोड, करनाल रोड बाइपास, मुख्य बाजार, रेलवे गेट के एरिया में साफ-सफाई की जाती थी।

वर्जन : जल्द टेंडर खोलने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी

नगर परिषद के सचिव मोहन लाल ने बताया कि फिलहाल रात की सफाई का कार्य ठेका खत्म होने के बाद प्रभावित हो रही है। जल्द ही टेंडर खोलने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों से अनुमति ली जा रही है। -------------

chat bot
आपका साथी