सौंगरी गांव में नालियों की नहीं हो रही सफाई, जगह- जगह जमा रहता है गंदा पानी

गांव सौंगरी के लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। मुख्य समस्या पानी निकासी की है। पानी निकासी न होने के कारण जगह- जगह गंदा पानी नालियों व गलियों में एकत्रित रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि पीने का पानी भी नलों से गंदा आ रहा है। गांव में नहरी पानी घर- घर तक पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछाई गई है लेकिन जगह- जगह से लीकेज हो रही है। बार- बार प्रशासन को कहने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। गांव में नालियों की सफाई न होने के कारण पीलिया डायरिया व मलेरिया जैसी बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 07:22 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:22 AM (IST)
सौंगरी गांव में नालियों की नहीं हो रही सफाई, जगह- जगह जमा रहता है गंदा पानी
सौंगरी गांव में नालियों की नहीं हो रही सफाई, जगह- जगह जमा रहता है गंदा पानी

संवाद सहयोगी, राजौंद: गांव सौंगरी के लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। मुख्य समस्या पानी निकासी की है। पानी निकासी न होने के कारण जगह- जगह गंदा पानी नालियों व गलियों में एकत्रित रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि पीने का पानी भी नलों से गंदा आ रहा है। गांव में नहरी पानी घर- घर तक पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछाई गई है, लेकिन जगह- जगह से लीकेज हो रही है। बार- बार प्रशासन को कहने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। गांव में नालियों की सफाई न होने के कारण पीलिया, डायरिया व मलेरिया जैसी बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। पीने के पानी के लिए खेतों के ट्यूबवेल का सहारा लिया जा रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि गांव की समस्याओं को दूर किया जाए, ताकि ग्रामीणों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

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गलियों की टूटी पड़ी है पुलिया- संदीप

ग्रामीण संदीप ने बताया कि गलियों की पुलिया टूटी पड़ी है। गलियों से निकलते समय रात को चोटिल होने का खतरा रहता है। पुलिया टूटी होने के कारण वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। टूटी पुलियों से गली में आने जाने से परेशानी होती है। वहीं गांव के मुख्य मंदिर की चहारदीवारी गिरी हुई है। मंदिर गिरने का खतरा बना हुआ है। रोडवेज व निजी बसों की नहीं सुविधा: नवीन कुमार

ग्रामीण नवीन कुमार ने बताया कि रोडवेज व निजी बसों की गांव में कोई सुविधा नहीं है। गांव के लोगों को तीन किलोमीटर दूर जींद रोड तक पैदल जाना पड़ता है, वहां से बस मिलती है। इससे आने जाने में परेशानी होती है। सबसे ज्यादा समस्या स्कूल व कालेज में पढ़ने वाली छात्राओं को होती हैं। सौंगरी से गुलियाणा सड़क की हालात खस्ताहाल है। जगह- जगह गड्ढे बने हुए हैं। दोपहिया वाहन चालकों के चोटिल होने का खतरा बना रहता है। प्रशासन को बसों की सुविधा गांव से देनी चाहिए। सड़क का निर्माण कार्य करवाया जाए।

पशुओं के तालाब में नहीं आ रहा नहरी पानी: विरेंद्र

ग्रामीण विरेंद्र ने बताया कि पशुओं के तालाब में नहरी पानी का प्रबंध नहीं है। गंदा पानी तालाब में आता है। गंदा पानी पीने से पशु बीमार हो रहे हैं। नहरी पानी के लिए बनाया गया नाला कुछ दूरी तक कच्चा पड़ा है। इस कारण पानी नहीं पहुंच पाता है। पशुओं के तालाब में नहरी पानी की व्यवस्था की जाए। ताकि पशुओं को बीमारी से बचाया जाए। यह है गांव का इतिहास

सौंगरी गांव में शिवजी का मंदिर है, जहां पर लोग पूजा अर्चना करते हैं। दादा खेड़ा का धार्मिक स्थान है। यहां पर हर साल भंडारा ग्रामीणों की तरफ से लगाया जाता है। गांव की आबादी चार हजार के करीब है। 2500 मतदाता हैं।

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