लॉकडाउन में सुभाष गोयल ने जलाया गरीबों का चूल्हा

भारत सरकार की तरफ से मार्च 2020 में कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन लगाया गया था जो करीब दो माह तक चला। इस लॉकडाउन के चलते गरीब एवं जरूरतमंद परिवार को चूल्हा जलाना मुश्किल हो गया था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 06:26 AM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 06:26 AM (IST)
लॉकडाउन में सुभाष गोयल ने जलाया गरीबों का चूल्हा
लॉकडाउन में सुभाष गोयल ने जलाया गरीबों का चूल्हा

जागरण संवाददाता, कैथल : भारत सरकार की तरफ से मार्च 2020 में कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन लगाया गया था, जो करीब दो माह तक चला। इस लॉकडाउन के चलते गरीब एवं जरूरतमंद परिवार को चूल्हा जलाना मुश्किल हो गया था। इन परिवारों की रोजी-रोटी को लेकर सरकार की तरफ से तो सुविधा दी ही गई, वहीं कई संस्थाओं की तरफ से भी गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता मुहैया करवाई गई।

राष्ट्रपति एवं राज्यपाल अवार्ड से सम्मानित समाजसेवी सुभाष गोयल ने 700 के करीब परिवारों को जहां सूखा राशन वितरित किया, वहीं महाराजा अग्रसेन चैरिटेबल संस्था की तरफ से कबूतर चौक स्थित धार्मिक स्थल गोगामैडी पर भंडारा लगाकर एक समय का भोजन वितरित किया गया। यहां से रोजाना तीन से चार हजार के करीब पैकेट देने के साथ-साथ धार्मिक स्थल पर भी लोगों को भोजन की सुविधा उपलब्ध करवाई गई। इसके साथ कई संस्थाएं जो लोगों को घर-घर जाकर राशन वितरण करती थी, उन्हें भी पैकेट वितरित किए गए।

बचपन से ही सामाजिक कार्यो के प्रति रही रुचि

समाजसेवी सुभाष गोयल बताते हैं कि बचपन से ही सामाजिक कार्यों में रुचि रही है। वर्ष 1982 में धार्मिक स्थल गौगामैडी पर शहर के अन्य लोगों के साथ मिलकर भंडारा शुरू किया था, जो आज भी चल रहा है। उस समय इस भंडारे की शुरूआत तत्कालीन एसडीएम जेपी कौशिक ने की थी। यहां रोजाना सैकड़ों गरीब परिवारों के लोग भोजन ग्रहण करते हैं। इसी तरह से वर्ष 1982 में जब शहर के बीचों-बीच पुराना अस्पताल होता था वहां दाखिल मरीजों के लिए सुबह के समय दूध की व्यवस्था की है। यह सुविधा हिदू सेवा समिति की तरफ से की गई। वर्ष 1998 में महाराजा अग्रसैन चैरिटेबल संस्था की तरफ से जींद रोड पर अस्पताल शुरू किया गया। यहां 30 रुपये में रजिस्ट्रेशन करते हुए कम खर्च पर इलाज किया जा रहा है।

सुभाष गोयल ने बताया कि इसके साथ-साथ दिव्यांग आश्रम सहित अन्य संस्थाओं में भी उनका सहयोग रहता है। गोयल की तरफ से किए जा रहे सामाजिक कार्यों को देखते हुए हरियाणा सरकार ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश सरकार भी उन्हें सम्मानित कर चुकी है। वर्ष 2007 में हरियाणा के उस समय राज्यपाल रहे एआर किदवई की तरफ से सम्मानित किया गया। इसके साथ-साथ जिला प्रशासन की तरफ से कई बार सम्मान से नवाजा जा चुका है।

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