जिले में अब तक सात लाख एक हजार 602 व्यक्तियों का हुआ टीकाकरण

डीसी प्रदीप दहिया ने कहा कि जिला कोरोना को हराने में सफल हुआ है और अब जिले में कोरोना से कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं है। सरकार द्वारा जारी हिदायतों की निरंतर पालना करें ताकि भविष्य में कोई भी संक्रमण का मामला सामने नहीं आए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 08:00 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 08:00 AM (IST)
जिले में अब तक सात लाख एक हजार 602 व्यक्तियों का हुआ टीकाकरण
जिले में अब तक सात लाख एक हजार 602 व्यक्तियों का हुआ टीकाकरण

कैथल (वि): डीसी प्रदीप दहिया ने कहा कि जिला कोरोना को हराने में सफल हुआ है और अब जिले में कोरोना से कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं है। सरकार द्वारा जारी हिदायतों की निरंतर पालना करें ताकि भविष्य में कोई भी संक्रमण का मामला सामने नहीं आए। मंगलवार को कोरोना संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बताया कि जिले में 11 हजार 236 कोरोना के मरीजों में से 10 हजार 890 मरीज ठीक हो चुके हैं। जिले का रिकवरी रेट 96.92 फीसद है। पाजिटिव रेट 3.29 फीसद है और डेथ रेट 3.07 फीसद है। होम आइसोलेशन में रह रहे कुल 9505 व्यक्तियों में से 9505 ठीक हो चुके हैं।

डीसी प्रदीप दहिया ने बताया जिला में सभी पीएचसी व सीएचसी केंद्रों पर वैक्सीन लगाई जा रही है। जिले के सभी वासियों से अपील है कि जिन व्यक्तियों ने अभी तक टीकाकरण नहीं करवाया है, वे स्वयं व अपने परिजनों का टीकाकरण अवश्य करवाएं। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक सात लाख एक हजार 602 व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा चुका है, जिनमें से पांच लाख 51 हजार 98 व्यक्तियों को पहली डोज और एक लाख 50 हजार 504 व्यक्तियों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। मंगलवार को 12 हजार 405 व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया। अब स्टाक में 10410 कोविशील्ड और 8710 कोवैक्सीन उपलब्ध हैं।

आयुर्वेदिक-होम्योपैथिक शिविर में जांचा 133 महिलाओं का स्वास्थ्य

कैथल (वि): राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर फतेहपुर में नोडल अधिकारी डा. शकुंतला दहिया की देखरेख में पोषण शिविर का आयोजन किया गया। आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डा. किरनदीप ने शिविर में आई महिलाओं को ऋतु के अनुसार खान-पान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा ताजा भोजन खाना चाहिए। भोजन को ढक कर रखना चाहिए व पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों व सलाद का प्रयोग करना चाहिए। दूध का प्रयोग हल्दी डालकर करने से लाभ होता है। चिकित्सा अधिकारी डा.बलविद्र और डा.हर्षिता ने कहा कि महिलाओं, बच्चों और किशोरियों में होने वाली खून की कमी को आयुर्वेदिक औषधियों से पूरा किया जा सकता है। समय-समय पर चिकित्सक के पास जाकर निरीक्षण करवाते रहना चाहिए और नियमित रूप से योग व प्राणायाम करते रहना चाहिए, जिससे कि बीमारियों से बचा जा सकें। इस दौरान विभाग की ओर से गभर्वती महिलाओं व किशोरियों को आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक औषधियों को पोषण अभियान के अंतर्गत जागरूक किया गया। शिविर में 133 महिलाओं व किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इस मौके पर होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डा. ममता मेहला, आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट ईश्वर सिंह व होम्योपैथिक फार्मासिस्ट नेहा रानी भी मौजूद रहे। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. सतपाल ने बताया कि बुधवार को इस अभियान के तहत गांव क्योड़क के आयुर्वेदिक औषधालय में शिविर का आयोजन किया जाएगा।

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