सेवा संघ पिछले 41 सालों से लोगों की सेवा में जुटा

समाजसेवी संस्था सेवा संघ पिछले 41 सालों से लोगों की सेवा में जुटा है। संघ की स्थापना वर्ष 1980 में हुई थी। इसके संस्थापक शिव शंकर पाहवा हैं। इस संस्था की स्थापना को 41 वर्ष हो चुके हैं। इसके साथ ही यह संस्था वर्ष 2015 से नेत्रदान का संकल्प लिए दृष्टि दिव्यांगों को आंखें दान करवाती है। इसके लिए सात सदस्यों की टीम यह कार्य करतीं है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 06:00 AM (IST)
सेवा संघ पिछले 41 सालों से लोगों की सेवा में जुटा
सेवा संघ पिछले 41 सालों से लोगों की सेवा में जुटा

जागरण संवाददाता, कैथल : समाजसेवी संस्था सेवा संघ पिछले 41 सालों से लोगों की सेवा में जुटा है। संघ की स्थापना वर्ष 1980 में हुई थी। इसके संस्थापक शिव शंकर पाहवा हैं। इस संस्था की स्थापना को 41 वर्ष हो चुके हैं। इसके साथ ही यह संस्था वर्ष 2015 से नेत्रदान का संकल्प लिए दृष्टि दिव्यांगों को आंखें दान करवाती है। इसके लिए सात सदस्यों की टीम यह कार्य करतीं है। इसके अलावा गरीब परिवारों की बेटियों की शादी, कुष्ट आश्रम में लोगों को राशन सहित अन्य सुविधाएं देने का कार्य हो या अन्य सामाजिक कार्यों में संस्था के सदस्य अहम योगदान दे रहे हैं। जिस कारण वर्तमान में यह शहर ही नहीं, बल्कि पूरे जिले की अग्रणी संस्था हैं।

वर्ष 1980 में हुई थी स्थापना, उस समय की जाती थी केवल जलसेवा

सेवा संघ के संस्थापक एवं महासचिव शिव शंकर पाहवा ने बताया कि उस समय करीब 20 दोस्त एकसाथ कालेज में पढ़ाई करते थे। कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर में सेवा का कार्य लगातार करते थे। कालेज में पढ़ाई पूरी होने के बाद दोस्तों ने मिलकर कुछ सेवा का कार्य करने की सोची। जिसके बाद सेवा संघ की स्थापना की गई। जिसके तहत उस समय केवल जलसेवा का कार्य किया जाता था। यह जलसेवा का कार्य वर्ष 1982 तक जारी रहा। जिसके बाद रोगी सेवा योजना की शुरूआत की गई। इस योजना के तहत असहाय लोगों को विभिन्न बीमारियों के इलाज की सुविधा दी जाती थी। यहीं नहीं वर्ष 1993 में अचानक तेजी से हैपेटाइटस सी की बीमारी बढ़ने लगी तो संस्था द्वारा कैंप लगाकर लोगों के हैपेटाइटस सी की जांच करवाने का कार्य किया गया। उस समय भी जरूरतमंदों को आर्थिक मदद दी जाती थी। इसके बाद वर्ष 2005 में गरीब परिवारों की कन्याओं के विवाद की बीड़ा उठाया गया। इसके बाद वर्ष 2015 में नेत्रदान मुहिम शुरू की गई। जिसमें उन्हें एक हजार रुपये दिए जाते थे। इन कार्यों में स्वास्थ्य जांच शिविर, नेत्रदान, रोगी सहायक उपकरण केंद्र, जरूरतमंद परिवारों की कन्याओं का सामूहिक विवाह समारोह, कुष्ट आश्रम में सहायता जैसी अन्य योजनाए चलाई जा रही हैं।

अब तक 222 लोगों के नेत्रदान तो करीब 200 कन्याओं का करवा चुके विवाह

शिव शंकर पाहवा ने बताया कि संस्था द्वारा किए जा रहे समाजसेवा के कार्य के तहत अब तक जरूरतमंद परिवारों की कन्याओं का सामूहिक विवाह समारोह के तहत करीब 200 कन्याओं का विवाह करवाया जा चुका है। वहीं, नेत्रदान को लेकर शुरू की गई मुहिम के तहत पिछले छह सालों में 22 लोगों के नेत्रदान करवाया जा चुका है। संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों में शहरवासियों और जिला प्रशासन का हमेशा सहयोग रहता है।

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