तहसील कार्यालय में वसूली जा रही चार गुना टोकन फीस

तहसील कार्यालय में कई दिन से सर्वर डाउन होने के कारण रजिस्ट्री व अन्य काम प्रभावित हो रहे थे। इस समस्या के बारे में एसडीएम कमलप्रीत कौर को जानकारी मिली तो सोमवार को सुबह वे तहसील कार्यालय पहुंची।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Feb 2020 09:05 AM (IST) Updated:Tue, 04 Feb 2020 09:05 AM (IST)
तहसील कार्यालय में वसूली जा रही चार गुना टोकन फीस
तहसील कार्यालय में वसूली जा रही चार गुना टोकन फीस

जागरण संवाददाता, कैथल: तहसील कार्यालय में कई दिन से सर्वर डाउन होने के कारण रजिस्ट्री व अन्य काम प्रभावित हो रहे थे। इस समस्या के बारे में एसडीएम कमलप्रीत कौर को जानकारी मिली तो सोमवार को सुबह वे तहसील कार्यालय पहुंची। सर्वर के बारे में जानकारी ले ही रहीं थीं। रजिस्ट्री के लिए लाइन में खड़े लोगों ने उन्हें टोकन फीस में भ्रष्टाचार की शिकायत कर दी।

तहसील में टोकन के 10 रुपये फीस की बजाय लोगों से 50-50 रुपये लिए जा रहे थे। एसडीएम ने टोकन विडो पर पहुंचकर इस शिकायत की जांच की तो पाया कि 10 रुपये की टोकन पर्ची काटकर डस्टबीन में डाली गई थी। लोगों ने बताया कि उनसे टोकन के 50 रुपये लिए गए हैं। इस पर एसडीएम ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है।

पिछले कुछ दिनों से सर्वर डाउन होने के कारण पूरे प्रदेश में रजिस्ट्री करने में दिक्कत आ रही थी। लोग हर रोज अपनी जमीन, प्लाट, दुकान व मकान की रजिस्ट्री के लिए सुबह तहसील में आते। सर्वर डाउन होने के चलते पूरा दिन खाली बैठकर वापस चले जाते। सोमवार को लोगों को उम्मीद थी कि उनकी रजिस्ट्री होगी, लेकिन फिर सर्वर डाउन होने के कारण रजिस्ट्री नहीं हो पाई। वहीं कुछ ऑपरेटर भी कंप्यूटरों से गायब थे।

दोपहर को लोगों का सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने मामले की शिकायत डीसी को कर दी। डीसी के आदेश पर एसडीएम कमलप्रीत मामले की जांच करने के लिए तहसील कार्यालय पहुंची, जहां तीनों कंप्यूटर बंद मिले। एसडीएम ने उच्चाधिकारियों से सर्वर के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि यह समस्या पूरे प्रदेश में चल रही है और इसे जल्द ठीक कर लिया जाएगा।

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डस्टबीन में मिली टोकन पर्ची

इसी दौरान एक व्यक्ति ने एसडीएम को टोकन के 10 रुपये की बजाय 50 रुपये लिए जाने की शिकायत की। इसके बाद कई लोगों ने कहा कि उनसे भी 50-50 रुपये लिए जा रहे हैं। एसडीएम ने टोकन की खिड़की पर फाइलें चेक की। यहां कंप्यूटर ऑपरेटर ने टोकन के 10 रुपये फीस की पर्ची काटकर डस्टबीन में डाली हुई थी। इससे साफ पता चल रहा था कि यहां पर लोगों से अधिक राशि वसूली जा रही है। एसडीएम कमलप्रीत कौर ने सभी पर्चियां एक पॉलिथिन में डाल ली और लोगों से लिखित शिकायत देने की बात कही।

वर्जन: तहसील कार्यालय का किया निरीक्षण

सर्वर की समस्या को लेकर तहसील का निरीक्षण किया गया था। हेड ऑफिस में अधिकारियों से फोन करके इसे ठीक करवा दिया गया है। इस दौरान कुछ लोगों ने टोकन फीस ज्यादा वसूलने की बात कही है। उन्हें लिखित में शिकायत देने को कहा गया था, लेकिन अभी तक किसी की शिकायत नहीं आई है।

-कमलप्रीत कौर, एसडीएम कैथल।

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