पहली व दूसरी कक्षा के स्कूल, 10 फीसद रही विद्यार्थियों की उपस्थिति

कैथल तीसरी से पांचवीं कक्षा के बाद शिक्षा विभाग ने पहली व दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए भी सोमवार से स्कूल खोल दिए हैं। इन विद्यार्थियों के लिए भी वही शर्तें लागू की गई थी जो तीसरी से पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए जारी की गई थी। छोटे बच्चों के भी स्कूल पहुंचने को लेकर विभाग की तरफ से कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 07:24 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 07:24 AM (IST)
पहली व दूसरी कक्षा के स्कूल, 10 फीसद रही विद्यार्थियों की उपस्थिति
पहली व दूसरी कक्षा के स्कूल, 10 फीसद रही विद्यार्थियों की उपस्थिति

जागरण संवाददाता, कैथल : तीसरी से पांचवीं कक्षा के बाद शिक्षा विभाग ने पहली व दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए भी सोमवार से स्कूल खोल दिए हैं। इन विद्यार्थियों के लिए भी वही शर्तें लागू की गई थी, जो तीसरी से पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए जारी की गई थी। छोटे बच्चों के भी स्कूल पहुंचने को लेकर विभाग की तरफ से कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन किया गया। पहले दिन पहली व दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम रही। इस दौरान 10 फीसद विद्यार्थी ही स्कूल में पहुंचे। स्कूलों में पहुंचने वाले बच्चों के शरीर का तापमान जांचा। इसके साथ ही बच्चों से अभिभावकों द्वारा जारी किया गया सहमति पत्र भी लिया गया। जिन विद्यार्थियों के पास अभिभावकों का सहमति पत्र नहीं था। उन्हें वापस भेज दिया गया।

स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर दैनिक जागरण की टीम ने जानकारी हासिल की। सबसे पहले करनाल रोड पर नहर कालोनी स्थित राजकीय प्राइमरी स्कूल में पहुंचे। यहां पर पहली व दूसरी कक्षा के 16 में से महज पांच विद्यार्थी ही पहुंचे। इन सभी विद्यार्थियों को इकट्ठा बिठाकर ही पढ़ाया जा रहा था।

गीता भवन समीप स्थित राजकीय मिडिल स्कूल में 120 में से 70 से विद्यार्थी पहुंचे थे। अध्यापकों की ओर से अभिभावकों के सहमति पत्र की जांच की जा रही थी।

वहीं, इस स्कूल में बाद नानकपुरी कालोनी स्थित राजकीय प्राइमरी स्कूल में बहुत कम विद्यार्थी ही पहुंचे थे। यहां पर दोनों कक्षाओं में 80 में महज 20 विद्यार्थी ही पहुंचे थे। इस प्रकार से जिले में पहले दिन 10 फीसद तक विद्यार्थी स्कूल में पहुंचे थे।

निजी स्कूलों में संख्या अधिक

पहली व दूसरी कक्षा में जहां राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या तो कम रही, लेकिन निजी स्कूलों में पहले दिन ही भारी संख्या में विद्यार्थी। करीब एक साल बाद सड़कों पर पीली बसें दिखाई दी। वहीं, घरों में 11 महीने बाद दिन के समय रौनक खत्म हो गई। निजी स्कूलों में भी कोविड-19 के सभी नियमों का पालन किया गया। यहां पर कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर सभी नियमों का पालन किया गया। प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के राज्य महासचिव वरुण जैन ने बताया कि निजी स्कूलों में पहले दिन पहली व दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों की संख्या अच्छी रही है। निजी स्कूलों में स्कूल प्रशासन की ओर से कोरोना के बचाव के लिए सभी हिदायतों का पालन किया गया है पिछले करीब एक साल से स्कूल बंद होने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी।

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कोविड-19 नियमों का कराया पालन : दलीप

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दलीप सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों की कोरोना से संक्रमण बचाव के लिए कोविड-19 के नियमों का पालन किया गया है। सभी स्कूलों में पहले दिन स्थिति सामान्य रही। किसी भी विद्यार्थी को कोई परेशानी नहीं आने दी गई।

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