एचएसवीपी सेक्टर- 18 की सड़कें बदहाल, लोग परेशान

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ( एचएसवीपी) के सेक्टर 18 में मूलभूत सुविधाएं का अभाव है। सेक्टर वासियों ने बताया कि सात साल पहले सड़कों का निर्माण हुआ था इसके बाद दोबारा सड़क नहीं बनी है। जगह- जगह गहरे गड्ढे बने हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 08:00 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 08:00 PM (IST)
एचएसवीपी सेक्टर- 18 की सड़कें बदहाल, लोग परेशान
एचएसवीपी सेक्टर- 18 की सड़कें बदहाल, लोग परेशान

जागरण संवाददाता, कैथल: हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ( एचएसवीपी) के सेक्टर 18 में मूलभूत सुविधाएं का अभाव है। सेक्टर वासियों ने बताया कि सात साल पहले सड़कों का निर्माण हुआ था, इसके बाद दोबारा सड़क नहीं बनी है। जगह- जगह गहरे गड्ढे बने हुए हैं। गड्ढों से आने-जाने में परेशानी हो रही है। सेक्टर में पानी निकासी की भी व्यवस्था ठीक नहीं है। बारिश का पानी खाली प्लाटों में जमा रहता है। इसमें जहरीले जीव उत्पन्न होने का खतरा बना रहता है। ज्यादा बारिश होने पर जगह -जगह सीवरेज लीकेज के साथ ही ओवरफ्लो हो जाते हैं। सीवरेज का पानी वापस घरों में ही बैक मारता है। सेक्टर वासियों का कहना है कि कई बार विभाग के कार्यालय में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है। सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं

सेक्टर वासी ब्यास ने बताया कि एचएसवीपी सेक्टर-18 में कई बार चोरी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कुछ माह पहले घरों व गाड़ियों के शीशे भी तोड़ दिए गए थे। सेक्टर में लोगों की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। सेक्टर पूरी तरह से विकसित नहीं होने और मकानों की आपसी दूरी ज्यादा होने से यहां चोरी व लूटपाट का खतरा हमेशा बना रहता है। इसकी कई बार शिकायत दे चुके है, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है। सड़कों पर पैदल चलना भी मुश्किल : विरेंद्र

स्थानीय नागरिक विरेंद्र मोर ने बताया कि 2017 में उन्होंने मकान बनाया था। 4 वर्ष से सड़कें बदहाल हैं। कई बार शिकायत के बाद भी सड़कें नहीं बनवाई जा रही हैं। हालात ये हैं कि दोपहिया वाहन पर चलते समय हमेशा गिरने का भय बना रहता है। बिखरी बजरी व गहरे गड्ढों के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। दो हजार से ज्यादा प्लाट है। सेक्टर से तो छोटी कालोनियों में ज्यादा सुविधाएं मिल रही है। वर्जन-

सेक्टर-18 की सड़कों को लेकर शिकायत मिल रही है। मुख्य सड़कों के निर्माण को लेकर प्रस्ताव बना कर भेजा गयाौ। मंजूरी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।

-धर्मबीर, कार्यकारी अभियंता, एचएसवीपी।

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