मलेरिया के लक्षण, उपचार व रोकथाम के बारे में किया जागरूक

भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की खंड संयोजक कोमल कौशिक ने बताया कि शिक्षा विभाग और रेडक्रॉस सोसायटी की तरफ से मुहिम चलाई हुई है। मुहिम के तहत रविवार को गांव फतेहपुर में लोगों को मलेरिया के लक्षण उपचार और रोकथाम के बारे जागरूक किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Apr 2021 06:39 AM (IST) Updated:Mon, 26 Apr 2021 06:39 AM (IST)
मलेरिया के लक्षण, उपचार व रोकथाम के बारे में किया जागरूक
मलेरिया के लक्षण, उपचार व रोकथाम के बारे में किया जागरूक

संवाद सहयोगी, पूंडरी : भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की खंड संयोजक कोमल कौशिक ने बताया कि शिक्षा विभाग और रेडक्रॉस सोसायटी की तरफ से मुहिम चलाई हुई है। मुहिम के तहत रविवार को गांव फतेहपुर में लोगों को मलेरिया के लक्षण, उपचार और रोकथाम के बारे जागरूक किया। कोमल कौशिक ने कहा कि मलेरिया के कुछ लक्षण कोरोना से मिलते-जुलते हैं, लेकिन मलेरिया अधिकतर बारिश के मौसम में होता है। मलेरिया होने पर बुखार आना, घबराहट होना, सिरदर्द, हाथ-पैर दर्द और कमजोरी के लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को अधिक नजर अंदाज करना स्थिति को गंभीर कर सकता है। गंदगी वाली जगहों और नम इलाकों में मलेरिया बहुत जल्दी अपने पैर पसारता है। मलेरिया के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिवर्ष विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। खंड पूंडरी से 12 काउंसलर एवं वालंटियरस उनके नेतृत्व में कोविड-19 महामारी जागरूकता अभियान में जुटे हुए हैं। इस मौके पर काउंसलर सुशील कुमार, जोगिद्रपाल, दीपक कुमार, जय प्रकाश, अनिल कुमार, संगीता मौजूद थे।

विश्व मलेरिया दिवस पर स्वास्थ्य विभाग ने चलाया जागरूकता अभियान : श्रवण

संवाद सहयोगी, पाई : गांव बाकल में विश्व मलेरिया दिवस पर स्वास्थ्य विभाग पूंडरी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डा. विकास भटनागर के निर्देशों पर व स्वास्थ्य निरीक्षक राकेश सिवाच पाई के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जनजागरूकता अभियान चलाया गया। टीम ने घर-घर जाकर कोरोना काल को देखते हुए सर्तकता के साथ लोगों को मलेरिया के बारे में विस्तार से बताया गया। स्वास्थ्य कर्मचारी श्रवण करोड़ा ने बताया कि पहली बार वि‌र्श्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल 2008 को मनाया गया था। यूनिसेफ द्वारा इस दिन को मनाने का उद्देश्य मलेरिया जैसे खतरनाक रोग पर जनता का ज्यादा से ज्यादा ध्यान केंद्रित करना था, जिससे हर साल लाखों लोग मरते है। जून माह को मलेरिया रोधी माह के रूप में मनाया जाएगा। मलेरिया एक मच्छर जन्य प्लासमोडियम परजीवी से उत्पन्न रोग है, जो रक्त -कोशिकाओं को संक्त्रमित करता है। मलेरिया सबसे प्रचलित संक्त्रमित रोगों में से एक है तथा भयंकर जन स्वास्थ्य समस्या है। मलेरिया से बचाव व लक्षण के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर अनीता कुमारी, आशा वर्कर ओमपति, संगीत, पूनम व रीटा मौजूद थी।

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