कोरोना के चलते 4. 86 लाख लोगों को टोकन से मिलेगा राशन : मनोहर लाल

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना के चलते जरूरतमंद लोगों को राशन मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता में शामिल रहा। कार्ड धारकों के साथ-साथ ऐसे व्यक्ति जिनके पास कोई भी कार्ड नहीं था उन्हें डिस्ट्रेस टोकन के माध्यम से राशन मुहैया करवाया गया। प्रदेश में 4 लाख 86 हजार लोगों को यह सुविधा दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 09:03 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 09:03 AM (IST)
कोरोना के चलते 4. 86 लाख लोगों को  टोकन से मिलेगा राशन : मनोहर लाल
कोरोना के चलते 4. 86 लाख लोगों को टोकन से मिलेगा राशन : मनोहर लाल

जागरण संवाददाता, कैथल : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना के चलते जरूरतमंद लोगों को राशन मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता में शामिल रहा। कार्ड धारकों के साथ-साथ ऐसे व्यक्ति, जिनके पास कोई भी कार्ड नहीं था, उन्हें डिस्ट्रेस टोकन के माध्यम से राशन मुहैया करवाया गया। प्रदेश में 4 लाख 86 हजार लोगों को यह सुविधा दी गई है।

जिला कैथल में भी 25 हजार 416 लोगों को डिस्ट्रेस टोकन के माध्यम से राशन मुहैया करवाया गया। इसके साथ-साथ संकट की इस घड़ी में प्रवासी मजदूरों को उनके संबंधित राज्यों में भेजने की समुचित व्यवस्था की गई। तीन हजार से ज्यादा बसें दूसरे राज्यों में प्रवासी मजदूरों को छोड़कर आई। 100 ट्रेनों की व्यवस्था की गई, जिसके माध्यम से विभिन्न राज्यों में लोगों को पूरे इंतजाम के साथ पहुंचाया गया।

कोरोना महामारी को रोकने की दिशा में प्रदेश के साथ-साथ जिला कैथल प्रशासन ने मुस्तैदी से कार्य किया है, जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री लघु सचिवालय स्थित सभागार में विभिन्न विभागाध्यक्षों को संबोधित कर रहे थे।

इस मौके पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा, पर्यटन निगम के चेयरमैन रणधीर गोलन, विधायक लीला राम, विधायक ईश्वर सिंह, जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर आदि मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना को हराने में शासन व प्रशासन दिन-रात कार्य किया है। इसके परिणाम स्वरूप हरियाणा प्रदेश की स्थिति दूसरे राज्यों की अपेक्षा बेहतर है। कोरोना महामारी किसी ने भी नहीं देखी थी और इसका किसी को भी अनुभव नहीं है। पूरा विश्व इसकी चपेट में आया। जब भारत में इस महामारी ने दस्तक दी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी सूझबुझ से कार्य करते हुए इसे फैलने से रोकने के दृष्टिगत लॉकडाउन जैसा महत्वपूर्ण फैसला लिया। प्रदेश में इसकेसंक्रमण को रोकने के लिए सफलतापूर्वक कार्य किया गया है।

उन्होंने कहा कि इस महामारी को रोकने के लिए कोई दवा नहीं बनी है। इसलिए सभी को मास्क, सोशल डिस्टेंस आदि सावधानियों को अपनी आदत में शामिल करना होगा। हरियाणा प्रदेश में इस महामारी के जांच के लिए टेस्टिग लैब और बढ़ाई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि अपनी डयूटी के साथ-साथ समाज की भलाई का कार्य करें। सरकार की व्यवस्था में केवल ठीक चीजें चलेंगी, गलत पर कांटा लगेगा और किसी अनावश्यक व्यक्ति की फेवर नहीं होगी। केवल योग्य व्यक्ति को ही लाभ दिया जाना सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कोरोना के चलते किसानों की फसल खरीदने के लिए वैकल्पिक खरीद केंद्र बनाए गए थे, ताकि किसी भी किसान को परेशानी नही हो। उन्होंने कहा कि इस सीजन की किसानों की पेमेंट अगर बकाया है तो तुरंत संबंधित किसान को दिलवाना सुनिश्चित करें।

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