अभिभावकों के निजी फोन पर वाट्सएप ग्रुप बनाने का किया विरोध

कैथल बाबा लदाना सर्कल की आंगनबाड़ी वर्कर्स ने तीन से छह वर्ष के बच्चों के अभिभावकों के निजी फोन पर ग्रुप बनाने का विरोध किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 07:51 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 07:51 PM (IST)
अभिभावकों के  निजी फोन पर वाट्सएप ग्रुप बनाने का किया विरोध
अभिभावकों के निजी फोन पर वाट्सएप ग्रुप बनाने का किया विरोध

जागरण संवाददाता, कैथल : बाबा लदाना सर्कल की आंगनबाड़ी वर्कर्स ने तीन से छह वर्ष के बच्चों के अभिभावकों के अपने निजी फोन पर वाट्सएप ग्रुप बनाने का काली पट्टी बांधकर विरोध किया। इस विरोध में गांव बाबा लदाना, बुड्डा खेड़ा, मानस, मां गुजरी व पट्टी खोद से कविता, दर्शना, मनजीत, सुनीता कुमारी, संतोष, किताबो, सुनीता, मुनिया, शीला, सेवा, संतोष, सुदेश, सुलोचना, सुरेंद्र कौर, सरोज, मुनिया, राजेश कुमारी, कविता, महिद्रा, निर्मल, आंगनबाड़ी वर्कर शामिल रहीं। यूनियन की सर्कल प्रधान सुनीता व राज्य सह-सचिव एवं जिला प्रधान कमला दयौरा के नेतृत्व में हुआ। यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार आंगनबाड़ी में काम करने वाली महिलाओं का शोषण कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकार जच्चा-बच्चा को आंगनबाड़ी के माध्यम से दिए जाने राशन को सर्कल पर पहुंचा देती है, वहां से आंगनबाड़ी वर्कर खुद अपने खर्चे पर आंगनबाड़ी केंद्र तक ले जाती हैं। उन्होंने कहा कि अब तक प्राप्त सूचनाओं से पता चलता है कि सरकार व विभाग प्ले वे स्कूल के बहाने आइसीडीएस परियोजना को निजी हाथों में सौंपना चाहता है। परंतु यूनियन किसी भी कीमत पर आइसीडीएस का किसी भी रूप में निजीकरण सहन नहीं करेगी। आंगनबाडी केंद्रों का बकाया किराया तुरंत जारी होना चाहिए। सर्कल स्तर काली पट्टी बांधकर विरोध के बावजूद सरकार नहीं मानी तो जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन करेंगे। आगामी समय में 26 नवंबर की राष्ट्रव्यापी मजदूर कर्मचारी हड़ताल में यूनियन भागीदारी करेगी।

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