दो अक्टूबर को महम चौबीसी चबूतरे से होगी कृषि बिलों के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत
केंद्र सरकार ने राज्यसभा में कृषि बिल को जबरदस्ती पास करवा कर सरेआम लोकतंत्र की हत्या की है। महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने गांव कैलरम में कृषि बिलों को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया।
संवाद सहयोगी, कलायत :
केंद्र सरकार ने राज्यसभा में कृषि बिल को जबरदस्ती पास करवा कर सरेआम लोकतंत्र की हत्या की है। महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने गांव कैलरम में कृषि बिलों को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि बिल पूरी तरह से किसान के खिलाफ हैं। इन बिलों ने किसान हित में दीन बंधु सर छोटू राम द्वारा की गई व्यवस्था को कायम नहीं रखा जा रहा। बिल को लेकर दो अक्टूबर से महम चौबीसी के चबूतरे से लड़ाई की व्यापक शुरूआत होगी। वे स्वयं इन बिलों को लेकर दो अक्टूबर से अनशन पर बैठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों के साथ अन्याय कर रही है। सरकार पूंजीपतियों की दुकानें खोलने जा रही है। पूंजीपतियों को लाभ दिलवाने के चलते ही कृषि बिल जबरदस्ती देश के किसान पर थोपे जा रहे है। विधान सभा सत्र में सरकार ने किसान के बिल या पीटीआइ मामले पर कोई चर्चा नहीं की केवल टाउन कंट्री प्लानिग जैसे बिल पास कर दिए। इस मौके पर गांव तितरम व कैलरम के लोगों ने विधायक कुंडू का नागरिक अभिनंदन किया। कार्यक्रम में पूर्व सरपंच पवन कैलरम, हवा सिंह पूर्व सरपंच, बीरबल सिंह, मांगेराम पूर्व सरपंच, बलदेव सिंह, चांदी राम, बलबीर कुंडू, जोगेंद्र सिंह, नफेसिंह, सीता राम, सुरेंद्र शर्मा, सूबे सिंह, रामफल, रामचंद्र आदी ने कुंडू को पगड़ी पहना कर सम्मानित किया।