प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत प्रयासों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हुआ निर्माण : आइएएस आनंद

आरकेएसडी कालेज में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित तीन दिवसीय

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 05:30 PM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 05:30 PM (IST)
प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत प्रयासों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हुआ निर्माण : आइएएस आनंद
प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत प्रयासों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हुआ निर्माण : आइएएस आनंद

जागरण संवाददाता, कैथल : आरकेएसडी कालेज में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कान्फ्रेंस का रविवार को समापन हुआ। कान्फ्रेंस के अंतिम दिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करवाने को लेकर सरकारी रोडमेप पेश हुआ। कालेज टीचर एसोसिएशन एवं महर्षि वाल्मीकि विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सम्मेलन के अंतिम दिन उच्चतर शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव आइएएस आनंद मोहन शरण, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के पूर्व डीन फेयर प्रो. सुरेंद्र कुमार विशिष्ट अतिथि रहे। कालेज पहुंचने पर प्रबंधन समिति के प्रधान साकेत मंगल एडवोकेट, कोषाध्यक्ष श्याम बंसल, प्राचार्य डा. संजय गोयल, कालेज टीचर एसोसिएशन के प्रधान दयानंद मलिक ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। अधिवेशन का शुभारंभ प्राचार्य डा. संजय गोयल के स्वागत प्रस्ताव पढ़कर किया। उसके बाद दयानंद मलिक ने कालेज टीचर एसोसिएशन के लक्ष्यों एवं योगदान की चर्चा की। प्रो. श्रीओम ने तीन दिवसीय कान्फ्रेंस में प्राप्त शोधपत्रों पर चर्चा की। मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण ने आरकेएसडी कालेज के संस्थागत विकास की सराहना की। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एडिड कालेजों के योगदान की सराहना की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तिगत प्रयासों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति का निर्माण हुआ है। इसे 2030 तक इसे पूर्णत: लागू करने की योजना है। प्रदेश सरकार इसे 2025 तक लागू कर देगी। इसके कुछ निर्णय लिए जा चुके हैं एवं लागू भी कर दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं इस पर अपनी नजर बनाएं हैं। उन्होंने इस नीति को लागू करने का रोडमेप भी जारी किया। उन्होंने बताया कि सरकार इस नीति के अनुसार गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने वाले कालेज एवं विश्वविद्यालय स्थापित करेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अच्छे सुझावों पर विचार किया जाएगा। प्रधान साकेत मंगल एडवोकेट ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।

मंच संचालन डा. सुरूची शर्मा, प्रो. पूजा गुप्ता एवं प्रो. रचना सरदाना ने किया। फेसबुक एवं यूट्यूब पर प्रसारण का संचालन डा. गगन मित्तल, डा. विकास भारद्वाज, डा. मतीश गर्ग, डा. राजीव शर्मा, कमल शर्मा एवं जयदेव ने किया। इस मौके पर डा. राजेंद्र सिंह चरखी दादरी, डा. हीरालाल, डा. बलबीर सिंह, दयाल सिंह, डा. धर्मवीर भारद्वाज, डा. युद्धवीर, डा. सुरेंद्र कुमार, डा. सुनीता भार्गव, डा. कृष्ण लाल ग्रोवर, डा सरिता चौधरी एवं उमेश कुमार भारद्वाज मौजूद थे।

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