सर्वेक्षण में निराशाजनक रहा नप और नपा का प्रदर्शन, डीएमसी ने मांगी रिपोर्ट
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 का परिणाम घोषित हो चुका है। इसमें नगर परिषद सहित सभी नगर पालिकाओं का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। जिला पालिका आयुक्त कुलधीर सिंह की तरफ से नप और नपा अधिकारियों को पत्र जारी कर इस बारे में रिपोर्ट मांगी गई है।
सुनील जांगड़ा, कैथल : स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 का परिणाम घोषित हो चुका है। इसमें नगर परिषद सहित सभी नगर पालिकाओं का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। जिला पालिका आयुक्त कुलधीर सिंह की तरफ से नप और नपा अधिकारियों को पत्र जारी कर इस बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। अधिकारियों से पूछा गया है कि किस कारण से सर्वेक्षण में परिणाम खराब रहा है। किस अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। जो इस बार कमी रह गई थी, उन्हें सर्वेक्षण 2022 में किस प्रकार से दूर किया जाएगा। रैंक सुधारने के लिए क्या प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। सर्विस लेवल प्रोसेस, प्रमाणीकरण और सिटीजन फीडबैक में पिछड़ने के कारण क्या रहे हैं। बता दें कि सफाई व्यवस्था को लेकर महीने में करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। उसके बाद भी परिणाम निराशाजनक रहा है। सफाई के मामले में काम ना करने वाले कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। बता दें कि फरवरी 2022 में सर्वेक्षण के लिए केंद्रीय टीम शहर में आ सकती है। नगर परिषद को कचरा निस्तारण और कचरा उठान पर ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा शौचालय में सफाई करवानी अनिवार्य है। इस प्रकार से रहा था परिणाम
परिषद और पालिका 2021 में रैंक 2020 में रैंक
कैथल 304 199
चीका 152 188
कलायत 132 58
पूंडरी 424 120
राजौंद 457 555 ये हासिल किए अंक
स्वच्छता सर्वेक्षण की परीक्षा छह हजार अंकों की थी और तीन कैटेगरी रखी गई थी। कैथल नगर परिषद को छह हजार में से 1751 अंक मिले हुए हैं। नगर पालिका कलायत ने छह हजार में से 2255.39 अंक हासिल किए हैं। नपा पूंडरी को छह हजार में से 1656.85 अंक मिले हैं। नपा राजौंद को 1587.47 अंक मिले हैं। नपा चीका को 1502.32 अंक मिले हैं। वर्जन
सर्वेक्षण-2021 का परिणाम संतोषजनक नहीं रहा है। नगर परिषद और सभी नगर पालिका अधिकारियों से सर्वेक्षण में पिछड़ने को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। उनसे यह भी पूछा गया है कि सर्वेक्षण-2022 के लिए किस प्रकार से तैयारी कर रहे हैं।
कुलधीर सिह, जिला पालिका आयुक्त।