किसानों के हित से जुड़ी है मेरी फसल-मेरा ब्योरा योजना: डीसी
डीसी सुजान सिंह ने बात्ता गांव के खेतों में जाकर मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपलोड विवरण की समीक्षा की। संबंधित विभागों के अधिकारियों से अपलोड विवरण बारे विस्तृत जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, कैथल : डीसी सुजान सिंह ने बात्ता गांव के खेतों में जाकर मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपलोड विवरण की समीक्षा की। संबंधित विभागों के अधिकारियों से अपलोड विवरण बारे विस्तृत जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिला राजस्व अधिकारी सुरेश कुमार, तहसीलदार नवनीत कुमार, नायब तहसीलदार भूप सिंह, हरदेव सिंह मौजूद रहे। डीसी ने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्योरा योजना प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, जोकि सीधे तौर पर किसानों के हितों से जुड़ी हुई है। संबंधित अधिकारी आपसी तालमेल के साथ कार्य करें, ताकि पोर्टल पर सही विवरण अपलोड हो। उन्होंने हरसैक, कृषि और राजस्व विभाग के अधिकारियों से मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपलोड विवरण के संबंध में दिशा-निर्देश दिए। गांव बात्ता में 1839 में से 212 मिलान नहीं होने वाली एंट्री को सही किया जाए। अनुदान पर कृषि यंत्रों का लाभ भी पंजीकृत किसान को ही मिलता है। किसानों से कहा कि वे फसल अवशेषों को जलाने की बजाए इसे आय का जरिया बनाएं। अवशेष जलाने से जहां भूमि की उर्वरा शक्ति खत्म होती है, वहीं पर्यावरण दूषित होता है। फसल अवशेष प्रबंधन के लिए सरकार अनुदान पर कृषि संयंत्र उपलब्ध करवा रही है। इसका इस्तेमाल कर धान की पराली का उचित प्रबंधन किसान कर सकता है।