डार्क जोन से निकालने के लिए सांसद को सौंपा ज्ञापन
ब्लॉक सीवन सरपंच एसोसिएशन और गुहला सरपंच एसोसिएशन की ओर से एक प्रतिनिधि मंडल ने सांसद नायब सिंह सैनी को ज्ञापन सौंपा। सीवन और गुहला को डार्क जोन से बाहर निकाल कर उसमें धान लगाने की अनुमति के बारे में ज्ञापन दिया गया है।
संवाद सहयोगी, सीवन : ब्लॉक सीवन सरपंच एसोसिएशन और गुहला सरपंच एसोसिएशन की ओर से एक प्रतिनिधि मंडल ने सांसद नायब सिंह सैनी को ज्ञापन सौंपा। सीवन और गुहला को डार्क जोन से बाहर निकाल कर उसमें धान लगाने की अनुमति के बारे में ज्ञापन दिया गया है। सरपंचों ने बताया कि सीवन और गुहला धान का कटोरा कहा जाता है। यहां के चावल की विदेशों में बहुत मांग रहती है। चावल से बहुत अधिक मात्रा में विदेशी मुद्रा भारत के विकास में सहयोग करती है। इनमें 125 शेलर, तीन सोल्वेंट प्लांट हैं, जिससे जिला कैथल ही नहीं हरियाणा प्रदेश का नाम विश्व में चमक रहा है। दोनों ब्लॉक सरस्वती और घग्घर की चपेट में आते हैं जहां बाढ़ अधिक आती है। यहां धान के अलावा अन्य फसल नहीं होती है। सरपंचों ने कहा कि जल बचाना भी जरूरी है, उसके लिए सरकार प्रयास करे ड्रेन या बरसाती नदियों में चैक बांध बनाए जाए। इस मौके पर सरपंच बलविद्र सिंह प्रभावत, सरपंच लवजिद्र सिंह चक्कुलदाना, हरपिद्र सिंह तारांवाली, सरपंच जगप्रीत सिंह पोलड मौजूद थे।
किसानों से किया जा रहा अन्याय
सीवन और गुहला ब्लॉक को डार्क जोन से बाहर निकालने के लिए ब्लाक सीवन सरपंच एसोसिएशन के प्रधान अमरेंद्र खारा ने गुहला विधायक ईश्वर सिंह को एक ज्ञापन सौंपा। सीवन और गुहला डार्क जोन घोषित करना सरकार का किसानों के साथ घोर अन्याय है। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ मानसिक नुकसान भी है। सरकार सभी किसानों के प्राइवेट और सरकारी बैंकों के सभी कर्ज माफ कर दे नहीं तो फिर धान की फसल लगाने दे। मुख्यमंत्री पूरे हलका गुहला को डार्क जोन घोषित करके अपनी मनमर्जी चला रहे हैं। यहां तो धान की फसल के अलावा कोई दूसरी फसल हो नहीं सकती है।