चार साल पहले मृत्यु लोक पहुंचे व्यक्ति का राशन भेजा डिपो पर

चार साल पहले मृत्यु लोक पहुंचे व्यक्ति का राशन भेजा डिपो पर। यहीं बस नहीं होती इस व्यक्ति का टीमों ने सर्वे कर डिस्ट्रेस राशन टोकन तक बना डाला।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 09:37 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 09:37 AM (IST)
चार साल पहले मृत्यु लोक पहुंचे व्यक्ति का राशन भेजा डिपो पर
चार साल पहले मृत्यु लोक पहुंचे व्यक्ति का राशन भेजा डिपो पर

डीसी, शर्मा, इस्माईलाबाद : चार साल पहले मृत्यु लोक पहुंचे व्यक्ति का राशन भेजा डिपो पर। यहीं बस नहीं होती इस व्यक्ति का टीमों ने सर्वे कर डिस्ट्रेस राशन टोकन तक बना डाला। जब टोकन देने घर पहुंचे तो उल्टे पांव वापिस लौट आए। यह मामला इस्माईलाबाद का है। जो कि प्रदेश सरकार की सामान्य राशन कार्ड धारक परिवारों को मुफ्त राशन योजना का लाभ देने के सर्वे की पोल खोल रहा है। इससे भी बढ़कर हद उस समय हो गई जब सूची में पाया गया कि सरकारी कर्मचारी, आढ़ती, राइस मिल मालिक, केंद्र सरकार से पेंशन पाने वाले और राज्य सरकार के कर्मचारियों को ही डिस्ट्रेस टोकन थमा दिए गए, जबकि वास्तव में गरीब पात्र अभी भी सरकार का मुंह ताक रहे हैं।

इस्माईलाबाद के गिरधारी लाल के नाम डिपो पर पांच किलोग्राम गेहूं और एक किलोग्राम दाल पहुंची। इस व्यक्ति का टोकन तक बना डाला। जब टीम घर पहुंची तो पाया कि यह व्यक्ति चार साल पहले मृत्यु लोक पहुंच चुका है। इस टोकन को वापिस नगरपालिका के हवाले किया गया। हालत यह है कि प्रशासन ने डिस्ट्रेस राशन टोकन बांटे तो परिवार हक्के बक्के रह गए हैं। इस टोकन सूची में अच्छे खासे परिवारों के नाम सामने आ रहे हैं। आयकर दाता तक को पात्र बना दिया गया है। मिल मालिक और आढ़तियों तक को टोकन थमाए जा रहे हैं। यहीं बस नहीं होती प्रदेश सरकार के सरकारी महकमों में कार्यरत कर्मचारियों के भी डिस्ट्रेस टोकन बनाए गए हैं। इन लोगों ने बाकायदा राशन भी प्राप्त कर लिया है। ऐसे में सामान्य पात्र परिवारों के सर्वे पर सवाल उठ रहे हैं। कस्बे के अश्वनी कुमार, कुलदीप सिंह, नवीन कुमार का कहना है कि वास्तव में गरीब सामान्य राशन कार्ड धारकों को टोकन नहीं दिए गए हैं। जबकि अपात्रों को यह सुविधा प्रदान कर दी गई है। इन लोगों का कहना है कि सरकारी तनख्वाह पाने वाले पक्के कर्मचारियों को ऐसी सुविधा देने की बड़ी चूक सामने आ चुकी है। नगरपालिका प्रधान संजीव अरोड़ा ने पुष्टि करते बताया कि अपात्रों के सूची में नाम आए हैं। इस बारे अधिकारियों को भी अवगत करवा दिया गया है। क्या है डिस्ट्रेस टोकन

सामान्य राशन कार्ड धारकों को लॉकडाउन के दौर में मुफ्त सरकारी राशन देने की योजना के लिए डिस्ट्रेस टोकन आरंभ किया गया। जिस परिवार को यह मिलेगा। उसे अपना आधार कार्ड लेकर डिपो पर जाना होगा। पीओएस मशीन पर फिगर मैच करते ही राशन मिल जाएगा। इसमें प्रति सदस्य पांच किलोग्राम गेहूं और प्रति टोकन एक किलोग्राम दाल दी जा रही है।

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