महाराजा सूरजमल खेल स्टेडियम के नजदीक भारी मात्रा में मिला मलेरिया का लारवा

जागरण संवाददाता कैथल जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मलेरिया के लारवा की जांच को लेकर अि

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 10:12 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 10:12 AM (IST)
महाराजा सूरजमल खेल स्टेडियम के नजदीक भारी मात्रा में मिला मलेरिया का लारवा
महाराजा सूरजमल खेल स्टेडियम के नजदीक भारी मात्रा में मिला मलेरिया का लारवा

जागरण संवाददाता, कैथल : जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मलेरिया के लारवा की जांच को लेकर अभियान जारी है। कुल 125 टीमें शहर व ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे कर रही हैं। अब तक चार लाख घरों का सर्वे किया जा चुका है। 300 से ज्यादा जगहों पर लारवा मिल चुका है। जहां लारवा मिल रहा है, वहां संबंधित मकान मालिक या अधिकारी को नोटिस जारी किया जा रहा है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने करनाल रोड पर अभियान चलाया। यहां महाराजा सूरजमल जाट खेल स्टेडियम के नजदीक से निकल रहे नालों में काफी मात्रा में लारवा मिला है, जिसे दवाई डालकर नष्ट कर दिया है।

जिला मलेरिया अधिकारी डा. नीरज मंगला ने बताया कि रोजाना विभाग की टीमें मलेरिया के लारवा की जांच कर रही हैं। लोगों से अपील है कि इसमें सहयोग करें। घरों के बाहर पानी जमा होने पर मिट्टी डालकर उसे गड्ढे को बंद कर दें। पानी के बर्तनों की नियमित रूप से सफाई रखें। मकान की छतों पर पुराना सामान पड़ा है तो उसमें बरसाती पानी जमा न होने दें। मलेरिया के लक्षण नजर आने पर सिविल अस्पताल में पहुंचकर जांच करवाएं। वर्ष 2017 के बाद नहीं मिला मलेरिया का कोई केस : डा.शैली

सिविल सर्जन डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली ने बताया कि कोरोना महामारी के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू व जापानी बुखार को लेकर भी विभाग की तरफ से सर्वे किया जा रहा है। हेल्थ वर्कर, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर व सक्षम युवाओं को शामिल करते हुए टीमें बनाई गई हैं। मलेरिया बुखार से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जहां लारवा मिलता है, उसे दवाई डालकर नष्ट किया जाता है। जिले में वर्ष 2017 के बाद अभी तक मलेरिया का कोई केस सामने नहीं आया है। वर्ष 2022 तक जिले को मलेरिया से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।

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