डा. कमल सिंह नैन ने किया भारतीय सेना में कप्तान का पद हासिल

गांव नैना के डा. कमल सिंह नैन ने एसएससी की परीक्षा पहले प्रयास में ही उत्तीर्ण करके भारतीय सेना में कप्तान का पद हासिल किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:59 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:59 AM (IST)
डा. कमल सिंह नैन ने किया भारतीय  सेना में कप्तान का पद हासिल
डा. कमल सिंह नैन ने किया भारतीय सेना में कप्तान का पद हासिल

जागरण संवाददाता, कैथल: गांव नैना के डा. कमल सिंह नैन ने एसएससी की परीक्षा पहले प्रयास में ही उत्तीर्ण करके भारतीय सेना में कप्तान का पद हासिल किया है। पिता बदन सिंह ने बताया कि कमल सिंह ने आरकेएसडी स्कूल से 92 प्रतिशत अंकों के साथ मेडिकल से 12 की परीक्षा पास की और उसके बाद सोलन (हिमाचल प्रदेश) से एमबीबीएस करने के बाद छह महीने खानपुर के मेडिकल कालेज में भी कार्य किया। सीडीपीओ मां अनिता ने बताया कि परिवार में कमल के दादा हरिचंद नैन 1965 के भारत-पाक के युद्ध में शहीद हुए थे, जिससे उसे बचपन में ही देश सेवा करने की भावना थी। उसी का परिणाम और मेहनत रंग लाई और आखिरकार पहले ही प्रयास में एसएससी की परीक्षा पास कर भारतीय सेना में कप्तान का पद लेने का गौरव हासिल किया है। कमल सिंह ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है।

एंबुलेंस के प्रति किलोमीटर रेट किए निर्धारित : डीसी

जागरण संवाददाता, कैथल: डीसी सुजान सिंह ने बताया कि जिला में कोरोना के दृष्टिगत जिला संबंधित एंबुलेंस मालिकों के साथ

विचार-विमर्श किया गया। एंबुलेंस के रेट प्रति किलोमीटर निर्धारित करने की सहमति प्रकट की गई। डीसी ने बताया पीटीए यानि पेशिएंट ट्रांसपोर्ट एंबुलेंस के रेट 12 रुपये प्रति किलोमीटर, बेसिक लाइफ सपोर्टर (बीएलएस) के 14 रुपये प्रति किलोमीटर और एडवांस लाइफ सपोर्टर (एएलएस ) 30 रुपये प्रति किलोमीटर निर्धारित किए गए हैं।

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जिला में कोविड केयर सेंटरों में बेडों की स्थिति

जिला में कुल 34 कोविड केयर सेंटर हैं, जिनमें 1410 बेडों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ-साथ छोटू राम इंडोर स्टेडियम में 100 बेडों से अधिक क्षमता का डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर बनाने की प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाया गया है ताकि जरूरत पडऩे पर उसे उपयोग में लाया जा सके। जिला के सरकारी व निजी अस्पतालों में कुल 300 ऑक्सीजन बेड, 35 आइसीयू बेड और 17 वेंटिलेटर में से सरकारी अस्पताल कैथल व गुहला के 185 नॉन आक्सीजन बेड में से 42 बेड उपलब्ध हैं। 91 ऑक्सीजन बेड में से 29 उपलब्ध हैं। सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन प्रणाली देने की व्यवस्था से युक्त के आठ बेडों में से पांच उपलब्ध हैं। इसी प्रकार शाह अस्पताल में कुल 19 नॉन आक्सीजन बैड में से आठ बेड उपलब्ध हैं, 46 ऑक्सीजन बैड में से तीन उपलब्ध हैं। ऑक्सीजन प्रणाली देने की व्यवस्था से युक्त के 10 बेडों में चार बेड उपलब्ध हैं, 10 वेंटिलेटर में से चार वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। इसी प्रकार सिग्नस अस्पताल में कुल 28 ऑक्सीजन बेड में से छह उपलब्ध हैं।

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