तितरम मोड़ पर दो घंटे बैठे रहे जाट, सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
हिसार में आयोजित रैली में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर तितरम मोड़ पर काफिले को काले झंडे दिखाने को लेकर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले जाट समाज के लोगों ने एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। दो घंटे तक धरना देकर नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता, कैथल : हिसार में आयोजित रैली में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर तितरम मोड़ पर काफिले को काले झंडे दिखाने को लेकर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले जाट समाज के लोगों ने एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। दो घंटे तक धरना देकर नारेबाजी की।
उनका आरोप है कि सरकार जाट समाज की मांगों को लेकर अनदेखी कर रही है। कई बार वार्ता होने के बावजूद सरकार मांगों को पूरा करने के बजाय झूठे आश्वासन देने में लगी है।
समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष बलवान कोटड़ा व जिला प्रधान प्रवीण किच्छाना ने बताया कि प्रदेश सरकार समिति से चार बार समझौता करके अपने वादे से मुकर चुकी है। सरकार ने न तो दर्ज मुकदमों को वापस लिया है और न ही आरक्षण के बारे में कोई ठोस कारवाई की है। इसका बदला समाज आने वाले चुनावों में वोट की ताकत से लेगा।
राजा कसान व शमशेर नीमवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री की हिसार रैली का संघर्ष समिति ने बहिष्कार का ऐलान किया था। समिति के विरोध के सामने सरकार को झुकना पड़ा। बालू खाप प्रधान शीशराम बालू व दलीपा बालू ने बताया कि जब तक सरकार सभी मांगों को लागू नहीं करती तब तक मंत्रियों का विरोध जारी रहेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल व वित्तमंत्री अभिमन्यु को प्रदेश के किसी भी गांव में वे घुसने नहीं देंगे। बरसात में भी लोग धरने पर बैठे रहे। इस अवसर पर शमशेर नरड़, अजमेर हरसौला, सोनू सौंगल, जोगी राम, बल्लु गुलियाणा, रामकरण कोटड़ा, संदीप कुमार, रतन चंदाना, कुलदीप गढ़ी व सतबीर मलिक मौजूद थे।
प्रशासन ने ली राहत की सांस
हिसार में आयोजित मुख्यमंत्री की रैली रद होने की सूचना जैसे ही प्रशासन को मिली तो अधिकारियों ने राहत की सांस ली। जाट समाज के लोगों द्वारा काफिले का विरोध करने को लेकर शनिवार सुबह ही तितरम मोड़ पर जिला प्रशासन अलर्ट नजर आया। एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड व पुलिस के वाहन खड़े दिखाई दिए। डीएसपी जो¨गद्र ¨सह के नेतृत्व में पुलिस कर्मचारी तितरम थाना के बाहर तैनात थे। दोनों सीआइए सहित अन्य पुलिस थानों से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।