कनाडा भेजने के नाम पर व्यक्ति के साथ 32 लाख की धोखाधड़ी, केस दर्ज

कनाडा भिजवाने के नाम पर एक व्यक्ति के साथ 32 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस ने दिल्ली के दंपती के खिलाफ केस दर्ज किया है। सेक्टर-19 निवासी कुलवंत सिंह ने बताया कि वर्ष 2015 में वह दिल्ली के शालीमार बाग में किराये के मकान में रहता था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 06:16 AM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 06:16 AM (IST)
कनाडा भेजने के नाम पर व्यक्ति के साथ 32 लाख की धोखाधड़ी, केस दर्ज
कनाडा भेजने के नाम पर व्यक्ति के साथ 32 लाख की धोखाधड़ी, केस दर्ज

जागरण संवाददाता, कैथल : कनाडा भिजवाने के नाम पर एक व्यक्ति के साथ 32 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस ने दिल्ली के दंपती के खिलाफ केस दर्ज किया है। सेक्टर-19 निवासी कुलवंत सिंह ने बताया कि वर्ष 2015 में वह दिल्ली के शालीमार बाग में किराये के मकान में रहता था। उस दौरान उसकी जान पहचान रोहित महाजन से हुई, जो जम्मू का रहने वाला है। अप्रैल 2016 में रोहित महाजन अपनी पत्नी सीमा महाजन के साथ कैथल उसके घर पर आया। आरोपित ने उसे कनाडा भिजवाने की बात कही। कहा कि उसकी पत्नी कनाडा भिजवाने के लिए वीजा लगवाने का काम करती है। उसे भी विदेश भेज देंगे। दोनों ने कहा कनाडा भिजवाने के लिए अकेले के 30 लाख और पूरे परिवार के 50 लाख रुपये लगेंगे। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह आरोपित की बातों में आ गया और 28 लाख रुपये में बात पक्की हो गई।

कब कितने पैसे दिए

शिकायतकर्ता ने बताया कि एक अक्टूबर 2016 को रोहित महाजन को उसके घर कैथल में एक लाख रुपये दिए। चार अक्टूबर 2016 को दो लाख रुपये मोबाइल बैंकिग से किए। छह अक्टूबर 2016 को पांच लाख रुपये दिए। पासपोर्ट बनवाने के लिए दो हजार अलग से दिए। दिसंबर 2016 में 11 लाख रुपये, 23 नवंबर को दो लाख रुपये उसके खाते में डाले और दो लाख रुपये घर पर नकद दिए। 19 जनवरी 2017 को दो लाख रुपये और भेज दिए। 25 जनवरी 2017 को एक लाख और 30 जनवरी 2017 को पांच लाख रुपये दिए। तीन फरवरी 2017 को एक लाख और नौ फरवरी 2017 को दो लाख रुपये भी नेट बैंकिग से दिए। 20 फरवरी को उसका पासपोर्ट बनवाकर दे दिया। इसके बाद कहा कि जल्द ही उसका काम हो जाएगा।

छह अप्रैल को आरोपित ने उसके पास फोन किया कि पांच लाख रुपये खाता में जमा करवा दो। 26 अप्रैल को फिर फोन आया कि बची हुई पेमेंट भेज दो। उसी दिन चार लाख रुपये और आठ मई 2017 को दो लाख रुपये जमा करवा दिए। आरोपित कुछ दिन बाद उसके घर आया और कहा कि तीन लाख रुपये दे दो तो हाथों-हाथ वीजा लगवा देगा। उसने कहा कि अब तक वह 26 लाख रुपये दे चुका था। नौ जून 2017 को फिर से तीन लाख रुपये दे दिए, लेकिन फिर भी वीजा नहीं लगवाया।

नहीं लगवाया वीजा, हड़प ली रकम

शिकायतकर्ता ने बताया कि वह आरोपितों को फोन करता रहा और वह गुमराह करता रहा। बताया कि वह दुबई चला गया है, वापस आकर वीजा लगवा देगा। जनवरी 2018 में उसकी आरोपित से बात हुई तो कहा कि कनाडा में राष्ट्रपति बनने के बाद कानून बदल गया है, इसलिए काम नहीं होगा। पैसे वापस मिल जाएंगे। इसके बाद आरोपित दिल्ली से जम्मू चला गया और फोन बंद कर लिया। अब तक आरोपित कुल 32 लाख रुपये उससे हड़प चुका है। न तो आरोपित ने पैसे दिये और न ही उसे विदेश भेजा। 28 जनवरी 2020 को आरोपित ने दबाव देने पर उसके खाते में दो लाख रुपये डाल दिए, लेकिन इसके बाद एक भी पैसा नहीं दिया।

पति- पत्नी के खिलाफ केस दर्ज

सिविल लाइन थाना प्रभारी गुरविद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने विदेश भिजवाने के नाम पर 32 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में पति-पत्नी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।

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