पट्टी अफगान में पीने के पानी की समस्या, ग्रामीणों में रोष
पट्टी अफगान गांव में मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांव की मुख्य सड़क पर सफाई का समुचित प्रबंध नहीं है।
जागरण संवाददाता, कैथल: पट्टी अफगान गांव में मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांव की मुख्य सड़क पर सफाई का समुचित प्रबंध नहीं है। सड़कों के किनारे गोबर और गंदगी के ढेर लगे हैं। ऐसे ही हालात सीवरेज व्यवस्था और गंदे पानी की निकासी को लेकर बने हुए हैं। नालियों की सफाई नहीं हो रही है। नालियां ओवरफ्लो होने के कारण गलियों तक गंदा पानी पहुंच रहा है। घरेलू उपयोग के लिए भी पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। दूर-दराज से पानी लाना पड़ रहा है। पहले 100 फुट पर बोर लगे हुए थे। पानी निचले स्तर पर जाने के कारण बंद हो गए है। इस बारे में कई बार प्रशासन से अवगत करवा चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद कोई ध्यान इस तरफ नहीं है।
पानी की किल्लत से परेशानी : अशोक कुमार
गांव के अशोक कुमार ने बताया कि गांव में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। पीने के पानी के लिए गांव में जनस्वास्थ्य विभाग का बोर नहीं लगाया जा रहा है। इससे लोग परेशान हो चुके है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जनस्वास्थ्य विभाग का बोर लगाया जाए, ताकि लोगों को पानी के लिए तरसना न पड़े।
खाली प्लाटों से गंदे पानी की निकासी का नहीं प्रबंध :
मनोज संधू ने बताया कि खाली पड़े प्लाटों में हर बार बरसात के मौसम में गंदा पानी जमा हो जाता है। उसकी निकासी का कोई प्रबंध नहीं है। पानी ज्यादा होने की स्थिति में लोगों को मकान की नींव बैठने का डर रहता है। जब तक पानी सूखता है, तब तक दोबारा बरसात हो जाती है। इसकी निकासी का स्थाई समाधान होना चाहिए।
यह है गांव का इतिहास-
गांव की करीब 11 हजार आबादी इन समस्याओं को लेकर परेशान है। इस समय गांव की साक्षरता दर 80 प्रतिशत से ज्यादा है। करीब पांच प्रतिशत ग्रामीण सरकारी और निजी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। गांव में शिवजी का मंदिर है। जहां लोग पूजा अर्चना करते है।
हो रहे हैं विकास कार्य : सुनीता
सरपंच सुनीता रानी ने कहा कि अब तक जो ग्रांट पंचायत खाते में आया है। उससे गांव में विकास कार्य चल रहे हैं। इसके अलावा जो भी समस्याएं हैं, उन्हें ग्रामीणों के सहयोग से दूर किया जाएगा।