सड़क हादसों में दम तोड़ रहे बेसहारा पशु
नगर परिषद की तरफ से नंदीशाला में शेड निर्माण का टेंडर ना खोले जाने का खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इसके साथ ही सड़क हादसों में भी बेसहारा पशु दम तोड़ रहे हैं। रोजाना मुख्य मार्गो पर सड़क हादसों में पशु और शहर के लोग घायल हो रहे हैं। एक महीने में करीब दस बेसहारा पशुओं की मौत सड़क हादसों में हो चुकी है। जिला प्रशासन और नगर परिषद बेसहारा पशुओं की समस्या को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है।
जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की तरफ से नंदीशाला में शेड निर्माण का टेंडर ना खोले जाने का खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इसके साथ ही सड़क हादसों में भी बेसहारा पशु दम तोड़ रहे हैं। रोजाना मुख्य मार्गो पर सड़क हादसों में पशु और शहर के लोग घायल हो रहे हैं। एक महीने में करीब दस बेसहारा पशुओं की मौत सड़क हादसों में हो चुकी है। जिला प्रशासन और नगर परिषद बेसहारा पशुओं की समस्या को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है।
डीसी प्रदीप दहिया भी नप अधिकारियों को शेड निर्माण का टेंडर खोलने के निर्देश दे चुके हैं। उसके बाद टेंडर नहीं खोला जा रहा है। सड़कों से पशुओं को पकड़ने के बाद नंदीशाला में ही छोड़ा जा सकता है। नंदीशाला के अलावा तो अन्य गोशालाएं हैं वे पशु लेने से पहले ही मना कर चुकी हैं। नंदीशाला पदाधिकारियों ने पशु लेने के लिए सहमति दी हुई है, लेकिन उसके लिए नप को वहां शेड का निर्माण करना होगा। सीएम घोषणा के तहत शेड निर्माण के लिए 30 लाख रुपये मंजूर हुए थे, जिसका दो महीने पहले टेंडर लगाया गया था। शेड निर्माण के बाद करीब 300 बेसहारा पशुओं को नंदीशाला में छोड़ा जा सकता है, जिससे यह समस्या कम हो जाएगी।
नंदीशाला में शेड निर्माण का टेंडर खोलने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। टेंडर खोलने को लेकर छह नप अधिकारियों की कमेटी भी बनाई हुई है। बेसहारा पशुओं की समस्या को लेकर नगर परिषद गंभीर है।
हिमांशु लाटका, एक्सईएन, नगर परिषद।