सब्जियों पर महंगाई की मार, टमाटर हुआ लाल, प्याज भी महंगाई के ला रहा आंसू
मानसून में बरसात के बाद सब्जियों पर महंगाई की मार पड़ी है। इस कारण लोगों का फिर से रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। बरसात होने के लोकल सब्जियों की आवक कम हो गई है जिस कारण महंगाई होने लगी है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
मानसून में बरसात के बाद सब्जियों पर महंगाई की मार पड़ी है। इस कारण लोगों का फिर से रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। बरसात होने के लोकल सब्जियों की आवक कम हो गई है, जिस कारण महंगाई होने लगी है। सब्जियों में आलू 20 से 30, मटर 120 से 140, शिमला मिर्च 30 से 40 रुपये और टमाटर का भी दाम 40 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। जिससे गृहिणियों का रसोई का बजट बिगड़ रहा है।
सब्जी मंडी के दुकानदारों के अनुसार बरसात के मौसम में लोकल सब्जियों की आवक कम होने के कारण महंगाई बढ़ने का कारण है। जैसे ही लोकल सब्जियों में आवक तेज होगी तो सब्जियों में दाम भी कम हो जाएंगे। बारिश का सबसे ज्यादा असर टमाटर पर देखने को मिल रहा है। टमाटर एक सप्ताह पहले तक 20 रुपये किलो था, जो अब 40 रुपये पहुंच गया है। बरसात के कारण बेल वाली सब्जियां अधिक महंगी हुई हैं।
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लोकल सब्जियों की आवक न होने से समस्या :
दुकानदार विक्की ने बताया कि लोकल सब्जियों की आवक न होने के कारण दाम अधिक होने की समस्या सामने आ रही है। यदि अपने शहर और आस-पास के गांवों से सब्जियों की सप्लाई सही ढंग से शुरू हो जाएगी यह समस्या खत्म हो जाएगी।
बॉक्स : बिगड़ा बजट :
शहरवासी गृहिणी सुमन ने बताया कि सब्जियों में एकदम से महंगाई की मार पड़ने से रसोई में सब्जी बनाने के लिए अधिक राशि खर्च करनी पड़ रही है। टमाटर के महंगा होने के कारण अब सब्जी में इसे डालना बहुत कम कर दिया है। सरकार को चाहिए कि वह सब्जी के दामों में कमी लाएं।
सब्जी के दाम :
सब्जी पहले - अब
टमाटर 20 40
मटर 120 140
प्याज 30 40
गोभी 60 70
बैंगन 30 40
मिर्च 70 80
अरबी 30 40
घीया 10 20
तोरी 20 30