कोरोना की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग को मिले तीन ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर

कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है। सरकारी अस्पतालों में जो खामियां हैं उन्हें भी दूरी की जा रही है। विभाग की तरफ से भेजी गई डिमांड भी धीरे-धीरे पूरी हो रही है। अब विभाग के पास तीन नए ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर पहुंचे हैं जो मरीजों को घर से सिविल अस्पताल या गंभीर स्थिति में अस्पताल से दूसरे बड़े अस्पतालों में शिफ्ट करने का कार्य करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 06:00 AM (IST)
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग को मिले तीन ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग को मिले तीन ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर

जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है। सरकारी अस्पतालों में जो खामियां हैं उन्हें भी दूरी की जा रही है। विभाग की तरफ से भेजी गई डिमांड भी धीरे-धीरे पूरी हो रही है। अब विभाग के पास तीन नए ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर पहुंचे हैं, जो मरीजों को घर से सिविल अस्पताल या गंभीर स्थिति में अस्पताल से दूसरे बड़े अस्पतालों में शिफ्ट करने का कार्य करेंगे। इससे पहले विभाग को आक्सीजन कंसंस्ट्रेटर, वेंटिलेटर, आक्सी मीटर, आक्सीजन सिलेंडर भी मिल चुके हैं। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आक्सीजन की काफी कमी महसूस की गई थी। बढ़ते संक्रमण के कारण अस्पताल में प्रबंध छोटे पड़ गए थे। 115 बेड के कोरोना आइसोलेशन वार्ड में भी बेड की कमी महसूस होने लगी थी। अब तीसरी लहर में ऐसे स्थिति पैदा न हो, इसे देखते हुए पहले से ही तैयारियां की जा रही है। सिविल अस्पताल ही नहीं बल्कि सीएचसी व पीएचसी स्तर के अस्पतालों में भी कमियों को दूर किया जा रहा है।

पूरे प्रदेश को मिले 79 ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर

पूरे प्रदेश को 79 ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर मिले हैं। इनमें अंबाला में चार, भिवानी में चार, चरखी-दादरी में तीन, फतेहाबाद में चार, फरीदाबाद में चार, गुरुग्राम में चार, हिसार में चार, झज्जर में चार, जींद में तीन, कैथल में तीन, करनाल में चार, कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़ व नूह में चार-चार, पलवल में तीन, पंचकुला में चार, पानीपत, रेवाड़ी, रोहतक, यमुनानगर व सिरसा में तीन-तीन, सोनीपत को चार ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर मिले हैं।

विभाग के पास अब 10-10 लीटर के आक्सीजन कंसंस्ट्रेटर 60 व पांच लीटर के 107

स्वास्थ्य विभाग के पास अब दस-दस लीटर के 60 और पांच-पांच लीटर के 107 आक्सीजन कंसंस्ट्रेटर उपलब्ध है। 10 लीटर वालों में सिविल अस्पताल में 30, गुहला में छह, सीवन में चार, राजौंद में पांच, पूंडरी में पांच, कलायत में पांच कौल में चार, सेंट्रल स्टोर में एक उपलब्ध है। इसी तरह से पांच-पांच लीटर वालों में सिविल अस्पताल में 45, गुहला में 12, सीवन में आठ, राजौंद में नौ, पूंडरी में नौ, कलायत में 11, कौल में 10 व सेंट्रल स्टोर में तीन हैं। इसी तरह से पल्स आक्सी मीटर में सिविल अस्पताल में 158, गुहला में 335, सीवन में 360, राजौंद में 330, कलायत में 342, कौल में 320 हैं। आक्सीजन सिलेंडर बी टाइप वालों में सिविल अस्पताल में 283, गुहला में 20, सीवन में 13, राजौंद में 14, पूंडरी में 15, कलायत में 19, कौल में 15 व स्टोर में तीन है। जबकि डी टाइप सिलेंडरों में सिविल अस्पताल में 148 व गुहला में 20 हैं। इसी तरह से सीवन में 30, पूंडरी में 20 व राजौंद व कौल में भी 20-20 उपलब्ध है। वाल माउंट पल्स आक्सी मीटर 20, वेंटिलेटर 25, आइसीयू वेंटिलेटर एक विभाग के पास उपलब्ध है।

100 बेड का बनेगा पोर्टेबल अस्पताल

सिविल अस्पताल में 100 बेडों का पोर्टेबल अस्पताल भी बनेगा। इसके लिए चेन्नई से सामान पहुंच गया है। इसमें 10 वेंटिलेटर बेड भी शामिल है। अस्पताल में साइकिल स्टैंड की जगह से बनाया जाएगा। अगले दो सप्ताह में यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा। इसमें बाल रोग विशेषज्ञ सहित अन्य स्टाफ की भी नियुक्ति होगी। अस्पताल के बनने से लोगों को काफी फायदा मिलेगा। हालांकि जिले में बाल रोग विशेषज्ञ की कमी विभाग को खल रही है। मात्र एक बाल रोग विशेषज्ञ ही विभाग के पास है। जबकि पूरे जिले में साढ़े तीन लाख से ज्यादा बच्चों की संख्या बताई जा रही है। बाल रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति न होने से विभागीय अधिकारियों की चिता बढ़ रही है।

-कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए तैयारियां की जा रही है। उपकरणों की जो कमियां हैं, उन्हें दूर करने के लिए डिमांड भेजी गई है। काफी डिमांड पूरी हो चुकी है। विभाग को अब तीन नए ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर मिले हैं। इसी तरह से आक्सीजन कंसंस्ट्रेटर पांच व दस लीटर के पहले विभाग को मिल चुके हैं।

-डा. शैलेंद्र ममगाई शैली, सिविल सर्जन, कैथल।

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