स्वास्थ्य विभाग को मिले 55 आक्सीजन कंसंट्रेटर व 50 छोटे सिलेंडर

कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए विभाग तैयारियों में जुटा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 07:10 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 07:10 AM (IST)
स्वास्थ्य विभाग को मिले 55 आक्सीजन कंसंट्रेटर व 50 छोटे सिलेंडर
स्वास्थ्य विभाग को मिले 55 आक्सीजन कंसंट्रेटर व 50 छोटे सिलेंडर

जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए विभाग तैयारियों में जुटा है। रिक्त पदों व संसाधनों की कमी को भी दूर करने के लिए डिमांड भेजी गई है। वीरवार विभाग को 55 कंसंट्रेटर व 50 छोटे सिलेंडर मिले हैं। अब विभाग के पास 150 के करीब कंसंट्रेटर, 240 बड़े सिलेंडर, 133 छोटे सिलेंडर हो गए हैं। पिछले सप्ताह भी पांच-पांच लीटर के 60 कंसंट्रेटर व 10 लीटर के 12 कंसंट्रेटर मिले थे। इससे पहले विभाग को कभी भी 10 लीटर वाले कंसंट्रेटर नहीं मिले थे। यह कंसंट्रेटर प्रति मीटर दस लीटर आक्सीजन बनाएंगे। जिन्हें सिविल अस्पताल के साथ-साथ पीएचसी व सीएचसी स्तर के अस्पतालों में लगाया जाएगा। पिछले सप्ताह विभाग को अमेरिका से आए 14 वाल माउंटेड आक्सीमीटर भी मिले थे, जिन्हें सिविल अस्पताल में लगाया गया है। पूरे प्रदेश में 400 बी टाइप आक्सीजन सिलेंडर मिले हैं। सबसे ज्यादा 70-70 पंचकूला व पलवल में, 50-50 कैथल व रेवाड़ी में, सिरसा में 48, पानीपत में 35 मिले हैं। सबसे कम सात यमुनानगर जिले को मिले हैं। इसी तरह से पूरे प्रदेश में 350 आक्सीजन कंसंट्रेटर मिले हैं। सबसे ज्यादा 55 कैथल, 50 चरखी दादरी, 35 कुरुक्षेत्र, 30-30 महेंद्रगढ़ व यमुनानगर, 25 रेवाड़ी, नूह व पलवल में 15-15, फरीदाबाद व रोहतक में 20-20, जींद में 10 कंसंट्रेटर मिले हैं। चिकित्सकों व स्टाफ नर्सों के रिक्त पदों को भरने के लिए भेजी गई है डिमांड विभाग के पास रिक्त पड़े चिकित्सकों व स्टाफ नर्सों की नियुक्त को लेकर डिमांड भेजी गई है। अब विभाग के पास एक बाल रोग विशेषज्ञ है, जबकि जरूरत तीन की। चिकित्सा अधिकारी बच्चों के लिए दो, जरूरत पांच की। स्टाफ नर्स चार हैं, जबकि जरूरत आठ की है। रिक्त पदों पर नियुक्ति जल्द होने की उम्मीद है। इसी तरह से एसएनसीयू बेड की संख्या 18, कोविड के लिए रिजर्व एसएनसीयू बेड एक हैं, जबकि जरूरत 10 बेडों की है। आइसीयू बेड दो हैं, जबकि जरूरत आठ की है। आक्सीजन स्पो‌र्ट्ड बेड छह हैं, जबकि जरूरत 15 की है। पीडियेट्रिक वेंटिलेटर सर्किट उपलब्ध नहीं है, जरूरत 25 की है। एचएमई फिल्टर 50 की डिमांड भेजी गई है। एनआइवी पीडियाट्रिक साइज मास्क की डिमांड 25, नेजल प्रांग ट्यूब पीडियाट्रिक 20 हैं, 100 की डिमांड भेजी गई है। कमियों को किया जा रहा दूर

सिविल सर्जन डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है। चिकित्सकों के रिक्त पद, उपकरणों की कमी को दूर करने के लिए डिमांड भेजी गई है। विभाग को अब 55 नए आक्सीजन कंसंट्रेटर व 50 छोटे आक्सीजन सिलेंडर मिले हैं। पहले भी पांच-पांच लीटर के 60 व 10 लीटर के 12 आक्सीजन कंसंट्रेटर मिल चुके हैं, जिन्हें सिविल अस्पताल सहित ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में लगाया गया है।

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