स्वास्थ्य विभाग को मिले दस लीटर के 12 आक्सीजन कंसंट्रेटर

कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है। जहां पिछले सप्ताह विभाग को 60 आक्सीजन कंसंट्रेटर मिले थी वहीं अब दस लीटर के 12 आक्सीजन कंसंट्रेटर और मिले हैं इससे पहले पांच लीटर वाले आक्सीजन कंसंट्रेटर विभाग के पास हैं। ऐसा पहली बार हुआ है की जिले में 10 लीटर के आक्सीजन कंसंट्रेटर मिले हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 07:15 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:15 AM (IST)
स्वास्थ्य विभाग को मिले दस लीटर के 12 आक्सीजन कंसंट्रेटर
स्वास्थ्य विभाग को मिले दस लीटर के 12 आक्सीजन कंसंट्रेटर

जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है। जहां पिछले सप्ताह विभाग को 60 आक्सीजन कंसंट्रेटर मिले थी, वहीं अब दस लीटर के 12 आक्सीजन कंसंट्रेटर और मिले हैं, इससे पहले पांच लीटर वाले आक्सीजन कंसंट्रेटर विभाग के पास हैं। ऐसा पहली बार हुआ है की जिले में 10 लीटर के आक्सीजन कंसंट्रेटर मिले हैं। यह कंसंट्रेटर प्रति मिनट दस लीटर आक्सीजन तैयार करेंगे। जिले के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में इन्हें लगाया जाएगा। इसमें सीवन, कौल, राजौंद व पूंडरी शामिल है। इससे पहले जो पांच लीटर के 60 आक्सीजन कंसंट्रेटर मिले थे, उन्हें सिविल अस्पताल सहित सीएचसी व पीएचसी में लगाया गया है। इसी तरह से जिला नागरिक अस्पताल में अमेरिका से आए वाल माउंटेड पल्स आक्सीमीटर भी लगाए गए हैं। इनकी कुल संख्या 20 है। 12 आक्सीमीटर आइसोलेशन वार्ड, दो इमरजेंसी वार्ड, दो गायिनी वार्ड, चार आप्रेशन थियेटर में लगाए गए हैं। इन्हें लगाने पर करीब 14 लाख रुपये की राशि खर्च हुई है। एक वाल माउंटेड पल्स आक्सीमीटर की कीमत करीब 73 हजार रुपये है। करीब 10 साल बाद सरकार ने अस्पतालों में यह आक्सीमीटर लगाए हैं। तीसरी लहर को लेकर तैयारियों में जुटा विभाग

कोरोना संक्रमण व मौतों का आंकड़ा कम हो रहा है, जो जिला वासियों के लिए राहत की बात है। विभाग की तरफ से अब तीसरी लहर को लेकर तैयारियों की जा रही है। जिला नागरिक अस्पताल सहित सीएचसी, पीएचसी स्तर पर कितना स्टाफ है, संसाधनों की कमी कितनी है, इसे लेकर रिपोर्ट लेते हुए डिमांड भेजी गई है। विभाग के पास एक मात्र बाल रोग विशेषज्ञ है और दो चिकित्सक अनुबंध आधार पर काम कर रहे हैं। वहीं स्टाफ नर्स सहित अन्य स्टाफ की भी भारी कमी है। रिक्त पदों पर नियुक्त व उपकरणों की डिमांड सरकार को भेजी गई है। सिविल अस्पताल 200 बेडों है। यहां 115 के करीब कोरोना आइसोलेट वार्ड में बेड लगाए गए हैं। अस्पताल का आप्रेशन थियेटर भी अभी बंद पड़ा है। तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों के लिए अगल से आइसोलेशन वार्ड बनाने की तैयारियां भी चल रही है।

वर्जन

सिविल सर्जन डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर विभाग सतर्क है। इसे निपटने के लिए तैयारियां की जा रही है। चिकित्सक, स्टाफ व उपकरणों की कमी को लेकर डिमांड भेजी गई है। विभाग के पास 12 आक्सीजन कंसंट्रेटर आए हैं, जिनकी क्षमता 10 लीटर की है। प्रति मिनट में दस लीटर आक्सीजन तैयार करेंगे। सभी कंसंट्रेटरों को चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में लगाया जाएगा। इससे पहले पिछले सप्ताह पांच लीटर के 60 आक्सीजन कंसंट्रेटर मिले थे।

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