अभियान के तहत लघु सचिवालय की टंकियों व कूलरों को जांचे, नहीं मिला लारवा

स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मलेरिया के लारवे की जांच को लेकर अभियान चलाया हुआ है। शनिवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लघु सचिवालय में स्थित विभागों के कार्यालय साईं मंदिर में अभियान चलाते हुए यहां पानी की टंकियों व कूलर व गमलों में लारवा की जांच की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 06:50 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 06:50 AM (IST)
अभियान के तहत लघु सचिवालय की टंकियों  व कूलरों को जांचे, नहीं मिला लारवा
अभियान के तहत लघु सचिवालय की टंकियों व कूलरों को जांचे, नहीं मिला लारवा

जागरण संवाददाता, कैथल : स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मलेरिया के लारवे की जांच को लेकर अभियान चलाया हुआ है। शनिवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लघु सचिवालय में स्थित विभागों के कार्यालय, साईं मंदिर में अभियान चलाते हुए यहां पानी की टंकियों व कूलर व गमलों में लारवा की जांच की। कहीं भी लारवा नहीं मिला है। अब तक चार लाख के करीब घरों की जांच की जा चुकी है। 200 के करीब जगहों पर लारवा मिलने के बाद नोटिस जारी किया जा चुका है। विभाग की तरफ से सोमवार को ग्रामीण क्षेत्रों में टीमें सर्वे करेंगी। इस दौरान गांव के तालाबों में भी मलेरिया मच्छर की जांच की जाएगी। लारवा मिलने पर यहां गम्बुजियां मछलियां छोड़ी जाएंगी, ताकि मच्छर का लारवा न पनपे।

125 टीमें शहर व गांव में जाकर अभियान चला रही

जिला मलेरिया अधिकारी डा. नीरज मंगला ने बताया कि कोरोना महामारी के साथ-साथ विभाग की तरफ से मलेरिया, डेंगू, जापानी बुखार व चिकनगुनिया को लेकर भी सर्वे चल रहा है। कुल 125 टीमें शहर व गांव में जाकर अभियान चला रही हैं। रोजाना टीमें किसी न किसी क्षेत्र में जाकर सर्वे करती है। इस दौरान लारवे की जांच के साथ-साथ लोगों को मलेरिया से बचाव को लेकर जागरूक भी किया जाता है। वर्ष 2017 के बाद मलेरिया का कोई केस जिले में सामने नहीं आया है। 2022 तक जिले को मलेरिया से मुक्त करने का लक्ष्य रखा हुआ है। लोगों से अपील है कि घरों के बाहर बरसाती पानी जमा हो तो उसे मिट्टी डालकर बंद कर दें। घरों में रखे पानी के बर्तन, टंकियों की सफाई रखें। कूलर व फ्रिज की ट्रे में भी पानी जमा न होने दें। ऐसा करके ही हम मलेरिया की बीमारी को फैलने से रोक सकेंगे।

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