हाल ए नगर परिषद : तीन दिन से बंद थी लाइटें, देर रात जलाई तो सुबह बंद करना भूल गए

नगर परिषद अधिकारी शहर की मूलभूत समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। चार दिनों से डिवाइडरों पर लगी स्ट्रीट लाइटों को लेकर समस्या बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 12:35 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 12:35 AM (IST)
हाल ए नगर परिषद : तीन दिन से बंद थी लाइटें, देर रात जलाई तो सुबह बंद करना भूल गए
हाल ए नगर परिषद : तीन दिन से बंद थी लाइटें, देर रात जलाई तो सुबह बंद करना भूल गए

जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद अधिकारी शहर की मूलभूत समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। चार दिनों से डिवाइडरों पर लगी स्ट्रीट लाइटों को लेकर समस्या बनी हुई है। शुक्रवार देर रात नप कर्मचारियों ने लाइटों को जला तो दिया, लेकिन शनिवार सुबह लाइटों को बंद करना ही भूल गए। दोपहर दो बजे तक करनाल रोड और पार्क रोड पर लाइटें जलती रही। नगर परिषद की तरफ से शहर के डिवाइडरों की लाइटें जलाने के लिए एक ही कर्मचारी लगाया हुआ है। डिवाइडरों पर करीब 2400 लाइटें लगी हुई हैं और एरिया भी ज्यादा पड़ता है। ऐसे में एक कर्मचारी को सभी लाइटें जलाने में एक से दो घंटे का समय लग जाता है। इस कार्य को सुचारू रूप से करने के लिए चार कर्मचारियों की जरूरत है। नगर परिषद में लाइट शाखा की जिम्मेदारी जेई सोमबीर को दी हुई है, लेकिन वे इस समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। डिवाइडरों पर करीब 800 लाइटें तो लंबे समय से खराब हैं, जिन्हें ठीक नहीं करवाया जा रहा है। रिपेयर के लिए दस लाख रुपये का टेंडर लगाया गया था। टेंडर खोल दिया गया था, लेकिन वर्क आर्डर जारी नहीं किया गया। करीब छह साल पहले नई लाइटें लगाई गई थी, जो अब रिपेयर ना होने के कारण खराब हो रही हैं।

वर्जन

डिवाइडरों पर लगी लाइटों को जलाने की समस्या के बारे में जानकारी मिली है। लाइट शाखा देख रहे जेई से इस बारे में जवाब मांगा जाएगा। जल्द ही इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।

रविद्र सिंह, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद।

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