अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग कोच बने गुरमीत सिंह, आइबा ने दिया स्टार वन का दर्जा

पट्टी अफगान निवासी बॉक्सिंग खेल प्रशिक्षक गुरमीत सिंह ने सात साल पहले खेल विभाग में अपना कार्यभार संभाला था। गुरमीत सिंह नेशनल स्तर के बॉक्सिंग खिलाड़ी रह चुके हैं। नेशनल प्रतियोगिताओं में 2009 से 2013 तक लगातार मेडल हासिल किए और इंडिया कैंप में भाग लिया था। अब बॉक्सिंग खेल प्रशिक्षक रहते हुए भी जिले का नाम रोशन कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 06:10 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 06:10 AM (IST)
अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग कोच बने गुरमीत  सिंह, आइबा ने दिया स्टार वन का दर्जा
अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग कोच बने गुरमीत सिंह, आइबा ने दिया स्टार वन का दर्जा

सुनील जांगड़ा, कैथल : पट्टी अफगान निवासी बॉक्सिंग खेल प्रशिक्षक गुरमीत सिंह ने सात साल पहले खेल विभाग में अपना कार्यभार संभाला था। गुरमीत सिंह नेशनल स्तर के बॉक्सिंग खिलाड़ी रह चुके हैं। नेशनल प्रतियोगिताओं में 2009 से 2013 तक लगातार मेडल हासिल किए और इंडिया कैंप में भाग लिया था। अब बॉक्सिंग खेल प्रशिक्षक रहते हुए भी जिले का नाम रोशन कर रहे हैं।

आइबा बॉक्सिंग फेडरेशन की तरफ से गुरमीत सिंह को स्टार वन का दर्जा दिया गया है। गुरमीत को यह दर्जा मिलने के बाद वे खिलाड़ियों की टीम को इंटरनेशनल स्तर की प्रतियोगिताओं में विदेशों में लेकर जा सकते हैं। इससे पहले कैथल से इंटरनेशनल बॉक्सर मनोज कुमार के भाई राजेश कुमार को स्टार दो का दर्जा मिला हुआ था। इसके बाद स्टार दो और तीन का दर्जा मिलता है। यह दर्जा मिलने के बाद कोच खिलाड़ियों को ओलंपिक और कॉमनवेल्थ खेलों में लेकर जा सकता है। गुरमीत सिंह ने बताया कि 2019 में उन्होंने इसके लिए परीक्षा दी थी। अब उसका परिणाम घोषित किया गया है। हरियाणा से कुल छह बॉक्सिंग प्रशिक्षकों का चयन किया गया है।

पांच इंटरनेशनल खिलाड़ी किए हैं तैयार

गुरमीत सिंह अंबाला रोड स्थित आरकेएसडी कॉलेज में बॉक्सिंग का सेंटर चला रहे हैं। जब उन्होंने सेंटर की शुरुआत की थी तो मात्र दस खिलाड़ी ही आते थे। अब सेंटर पर करीब 200 खिलाड़ी अभ्यास करते हैं। इनमें 100 के करीब लड़कियां हैं। गुरमीत सिंह और कोच राजेंद्र सिंह के प्रयास से पांच इंटरनेशनल स्तर के खिलाड़ी तैयार हो चुके हैं। इसके अलावा 80 नेशनल और 150 राज्य स्तर के खिलाड़ी तैयार हो चुके हैं। करीब 50 खिलाड़ी खेल कोटे से सरकारी नौकरी हासिल कर चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर मनीषा मौण भी इस सेंटर में अभ्यास कर चुकी हैं। मनीषा अब ओलंपिक में पदक लाने की तैयारी कर रही हैं।

ईमानदारी से करेंगे निर्वहन

गुरमीत सिंह ने बताया कि इस उपलब्धि के लिए भारतीय मुक्केबाजी संघ के प्रधान अजय सिंह, रिग कोच कमीशन के चेयरमैन जसलाल, हरियाणा मुक्केबाजी संघ के महासचिव अश्वनी शर्मा, कैथल में बॉक्सिंग की शुरुआत करने वाले कोच राजेंद्र सिंह ने उन्हें बधाई दी है। जिला खेल अधिकारी सतविद्र गिल और जिले के सभी खेल प्रशिक्षकों ने शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि जो जिम्मेदारी सौंपी गई है उसका पूरी ईमानदारी से निर्वहन करेंगे। मुक्केबाजी को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने का प्रयास करेंगे।

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