भाई उदय सिंह के सपने में आई मां भगवती तो राजा ने करवाया था मंदिर का निर्माण

शहर में भाई उदय सिंह किला के समीप स्थित श्री छोटी देवी माता मंदिर का इतिहास 500 से अधिक वर्ष पुराना है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 06:22 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 06:22 AM (IST)
भाई उदय सिंह के सपने में आई मां भगवती तो राजा ने करवाया था मंदिर का निर्माण
भाई उदय सिंह के सपने में आई मां भगवती तो राजा ने करवाया था मंदिर का निर्माण

जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में भाई उदय सिंह किला के समीप स्थित श्री छोटी देवी माता मंदिर का इतिहास 500 से अधिक वर्ष पुराना है। यह मंदिर महाभारत कालीन है। इस मंदिर की काफी मान्यता है, जिसके चलते नवरात्र पर्व पर यहां पर पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती है। चैत्र नवरात्र पर यहां पर सात दिवसीय यज्ञ आयोजित करवाया जा रहा है। अष्टमी के दिन यहां पर हजारों लोग पूजा करने के लिए पहुंचते हैं।

यह हैं मंदिर का इतिहास :

मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित विनायक भारद्वाज ने बताया कि ऐतिहासिक कथा के अनुसार भाई उदय सिंह के शासन में इस मंदिर की स्थापना भाई उदय सिंह ने स्वयं करवाई थी। इस मंदिर से किले व महल तक का रास्ता गुफाओं से होकर जाता था, आज भी वे रास्ते ऐसे ही खुले हैं। राजे-महाराजे मंदिरों में गुफाओं के माध्यम से पूजा-अर्चना के लिए मंदिर में पहुंचते थे। बताया जाता है कि मां ने स्वयं भाई उदय सिंह को उनके सपने में आकर दर्शन दिए थे। उस समय यह मंदिर नहीं था। मां सपने में आने के बाद भाई उदय सिंह ने अपने महल से 200 मीटर की दूरी पर स्थित मैदान में खुदाई करवाई तो मां की प्रतिमा यहां से मिली और मंदिर की स्थापना हुई। इस मंदिर में मां को राजेश्वरी के नाम से जाना जाता था। उस समय राजे महाराजाओं की देवी इसे कह जाता था। सप्तमी के दिन जो मेला लगता है, उसकी शुरूआत भी तभी से हुई थी।

सभी मनोकामनाएं होती हैं पूर्ण :

श्री छोटी देवी माता मंदिर के पुजारी विनायक भारद्वाज ने बताया कि इस समय नवरात्र पर्व चल रहे हैं। पर्व को लेकर लोगों में विशेष उत्साह है। नवरात्र पर्व पर यहां विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। जो भी भक्त यहां माता टेककर मन्नतें मांगता है उनकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। नवरात्र पर सप्तमी व अष्टमी के दिन यहां मेला लगता है।

वर्तमान में यह है स्थिति :

यह मंदिर छोटी ईटों से बनाया गया है। लैंटर से 51 फीट तक मंदिर ऊपर उठाया गया है। मंदिर की सुंदरता देखते ही बनती है। इसके साथ ही मंदिर में भगवान श्री राम, शिव मंदिर, मां काली और भगवान हनुमान की प्रतिमा भी स्थापित हैं। मंदिर में स्थापित मां के दरबार के पीछे एक हाल भी स्थापित किया हैं, जहां पर धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

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