गैस एजेंसी पर जांच के नाम पर पैसे ऐंठने का आरोप, लोगों में रोष

शहर के लोगों ने गैस एजेंसी द्वारा एलपीजी गैस कनेक्शन की जांच के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठने पर रोष जताया है। वहीं पूंडरी शहर की गैस एजेंसी संचालक सुनील कुमार ने बताया कि यह जांच उनकी तरफ से नहीं बल्कि कंपनी की तरफ से करवाई जा रही है। वार्ड नंबर 10 से शहरवासी गोविल भट्ट राजेंद्र शर्मा योगेश भट्ट राहुल सन्नी भट्ट महेंद्र पाल रेखा रानी प्रवेश देवी प्रेमो देवी मिथिलेश रानी सुनीता रानी ने कहा कि गैस एजेंसी वाले बिना किसी कारण के उनके अच्छे भले गैस उपकरणों को खराब बताकर बदल देते हैं। इन उपकरणों की मनचाही राशि लेने के बाद जांच के 236 रुपये अलग से ले लेते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 07:56 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 07:56 AM (IST)
गैस एजेंसी पर जांच के नाम पर पैसे ऐंठने का आरोप, लोगों में रोष
गैस एजेंसी पर जांच के नाम पर पैसे ऐंठने का आरोप, लोगों में रोष

संवाद सहयोगी, पूंडरी : शहर के लोगों ने गैस एजेंसी द्वारा एलपीजी गैस कनेक्शन की जांच के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठने पर रोष जताया है। वहीं पूंडरी शहर की गैस एजेंसी संचालक सुनील कुमार ने बताया कि यह जांच उनकी तरफ से नहीं बल्कि कंपनी की तरफ से करवाई जा रही है। वार्ड नंबर 10 से शहरवासी गोविल भट्ट, राजेंद्र शर्मा, योगेश भट्ट, राहुल, सन्नी भट्ट, महेंद्र पाल, रेखा रानी, प्रवेश देवी, प्रेमो देवी, मिथिलेश रानी, सुनीता रानी ने कहा कि गैस एजेंसी वाले बिना किसी कारण के उनके अच्छे भले गैस उपकरणों को खराब बताकर बदल देते हैं। इन उपकरणों की मनचाही राशि लेने के बाद जांच के 236 रुपये अलग से ले लेते हैं। ये उपकरण बाजार में काफी सस्ते दामों पर मिल जाते हैं। शहरवासियों का कहना है कि गैस एजेंसी के ये कर्मचारी घर में मौजूद महिलाओं को डरा देते हैं कि यदि उन्होंने जांच नहीं करवाई तो एजेंसी आपकी गैस सप्लाई रोक सकती है। अगर कोई दुर्घटना हो जाती है तो कंपनी जिम्मेदार नहीं होगी।

गैस एजेंसी नहीं कंपनी करवा रही है जांच

गैस एजेंसी के संचालक सुनील कुमार ने कहा कि गैस उपकरणों की जांच कंपनी की ओ से करवाई जा रही है। पहले ये जांच दो साल में करवाई जाती है और अब ये जांच पांच साल में करवाई जाती है। उन्होंने कहा कि जांच करवाने के लिए किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं की जाती। यदि कोई जांच नहीं करवाना चाहता तो कंपनी कर्मचारियों के पास मौजूद फार्म पर हस्ताक्षर करके उन्हें वापस लौटा सकता है। कोई कंपनी कर्मचारी जबरदस्ती जांच की बात करता है तो उपभोक्ता गैस एजेंसी में शिकायत कर सकता है।

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