कचरा प्वाइंट से समय पर हो उठान, अधिकारी समझें अपनी जिम्मेदारी

नगर परिषद की तरफ से शहर में करीब 18 कचरा प्वाइंट बनाए हुए हैं। इनमें से करीब आठ कचरा प्वाइंट ऐसे हैं जिन पर समय से कचरे का उठान नहीं होता है। उठान ना होने के कारण ही शहर में गंदगी के ढेर लगे रहते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 10:38 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 10:38 PM (IST)
कचरा प्वाइंट से समय पर हो उठान, अधिकारी समझें अपनी जिम्मेदारी
कचरा प्वाइंट से समय पर हो उठान, अधिकारी समझें अपनी जिम्मेदारी

जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की तरफ से शहर में करीब 18 कचरा प्वाइंट बनाए हुए हैं। इनमें से करीब आठ कचरा प्वाइंट ऐसे हैं, जिन पर समय से कचरे का उठान नहीं होता है। उठान ना होने के कारण ही शहर में गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। नियम के अनुसार सुबह दस बजे से पहले कचरा उठान होना चाहिए, लेकिन शहर में कई बार दोपहर दो बजे तक भी कचरा पड़ा रहता है। हालांकि पिछले चार दिनों से नप कर्मचारी समय से कचरे का उठान कर रहे हैं। कचरा उठान की ज्यादा समस्या अमरगढ़ गामड़ी, करनाल रोड, ढांड रोड, माता गेट, प्रताप गेट और चंदाना गेट पर रहती है। इसके अलावा सर्वेक्षण 2021 में शहर के करीब 50 हजार लोगों ने स्वच्छता पर सिटीजन फीडबैक दिया है। साल 2020 में करीब दस हजार लोगों ने ही फीडबैक दिया था। फीडबैक में नगर परिषद को 1800 में से 859 अंक मिले हैं। कुल छह हजार में से 1751 अंक मिले हैं।

समय पर उठान जरूरी : राजू

शहरवासी राजू डोहर ने बताया कि सर्वेक्षण में सफलता के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है समय से कचरा उठान होना। नगर परिषद अधिकारियों को रोजाना शहर का निरीक्षण करना चाहिए और अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए। जहां भी कमी मिले संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई करनी चाहिए। शहर की सफाई पर महीने में करीब डेढ़ करोड़ रुपये खर्च होते हैं। इतना पैसा खर्च होने के बाद भी परिणाम सही ना आना निराशाजनक है। करनाल रोड और ढांड रोड पर बने कचरा प्वाइंट पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। इन स्थानों पर बेसहारा पशु मुंह मारते हैं, जिस कारण पशु बीमार हो जाते हैं। सर्वेक्षण में उन्होंने अपना सिटीजन फीडबैक भी दर्ज करवाया था।

नियमित हो घरों से कचरा उठान : संदीप

शहरवासी संदीप कुमार ने बताया कि डोर टू डोर कचरा उठान की व्यवस्था नियमित होनी चाहिए। अगर दो या तीन दिन नप के वाहन नहीं आते हैं तो लोगों को मजबूरी में खाली जगहों पर कचरा डालना पड़ता है। नप कर्मचारी कचरा प्वाइंट से तो कचरा उठा लेते हैं, लेकिन खाली प्लाटों से कचरा उठान नहीं हो पाता। सुबह और शाम को दो टाइम शहर से कचरा उठान की व्यवस्था होनी चाहिए। सफाई व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए नप को अलग से टीमों का गठन करना चाहिए जो रोजाना शहर में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करे। शहर के लोगों को भी स्वच्छता को लेकर गंभीर होना होगा और अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।

सर्वेक्षण 2022 के लिए काम शुरू कर दिया गया है। इस बार सामाजिक संस्थाओं और शहर के लोगों से भी सुझाव मांगे जाएंगे। लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाएंगे। शहर से समय अनुसार ही कचरे का उठान करवाया जाएगा।

कुलदीप मलिक, कार्यकारी अधिकारी ,नगर परिषद।

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