किसानों को धान की सीधी बिजाई करने का बताया महत्व

कृषि विकास अधिकारी डा. ईश्वर कुमार व सुपरवाइजर गुरजीत और अभिषेक शर्मा ने गांव मलिकपुर व सैर में किसानों को जल संरक्षण व मेरा पानी-मेरी विरासत का महत्व बताया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 06:34 AM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 06:34 AM (IST)
किसानों को धान की सीधी बिजाई  करने का बताया महत्व
किसानों को धान की सीधी बिजाई करने का बताया महत्व

संवाद सहयोगी, सीवन : कृषि विकास अधिकारी डा. ईश्वर कुमार व सुपरवाइजर गुरजीत और अभिषेक शर्मा ने गांव मलिकपुर व सैर में किसानों को जल संरक्षण व मेरा पानी-मेरी विरासत का महत्व बताया। उन्होंने धान की सीधी बिजाई करने का महत्व किसानों को बताया और साथ ही धान की रोपाई 15 जून से पहले न करने के लिए किसानों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि धान की सीधी बिजाई में किसान खरपतवार का नियंत्रण बिजाई के तुरंत बाद खरपतवार नाशक का स्प्रे करें। अगर फिर भी घास का जमाव होता है तो दो से चार पत्त्ती का घास होने पर स्प्रे करें। उन्होंने कहा कि बड़े घास को नियंत्रण करने के लिये ज्यादा खर्च होगा। डा. ईश्वर कुमार ने बताया कि मेरा-पानी, मेरी-विरासत योजना के तहत जो भी किसान धान की फसल को छोड़ कर अन्य फसल जैसे मक्का, दलहनी फसलें, चारा वाली फसलों लगाता है या फिर अगर खेत खाली भी रहता है और धान का रकबा घटाता है तो उस किसान को सात हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि के रूप में मिलेगा।

इसके लिए किसान को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। उन्होंने कहा कि बासमती धान को बढ़ावा देने का अब सही समय है। 10 से 20 जून तक धान की पनीरी की बिजाई करें और रोपाई एक से 15 जुलाई के बीच करें। उन्होंने किसानों को बताया है धान की पनीरी 25 दिनों से ज्यादा न लगाएं। बासमती धान की समय पर पौध बिजाई, रोपाई और अक्टूबर के आखरी सप्ताह और नवंबर के पहले सप्ताह मे पकाई से ज्यादा उत्पादन के साथ अच्छी गुणवत्ता की बासमती धान की फसल ले सकते है।

इस मौके पर एग्रीकल्चर सुपरवाइजर गुरजीत सिंह व सरपंच मलिकपुर प्रवेश कुमार, किसान संजीव, गगनदीप, बलविद्र, रामकुमार, महेंद्र व सतपाल सहित कई किसान मौजूद थे।

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