किसान तितरम मोड़ पर आज जाम लगाकर करेंगे तीन अध्यादेशों का विरोध
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के सदस्यों का तीन अध्यादेशों के खिलाफ पांचवें दिन भी धरना जारी रहा। धरने की अगुआई विक्रम कसाना ने की। संचालन होशियार सिंह गिल ने किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार किसानों पर कानून थोप रही है। इससे खेतीबाड़ी को घाटा हो रहा है।
जागरण संवाददाता, कैथल: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के सदस्यों का तीन अध्यादेशों के खिलाफ पांचवें दिन भी धरना जारी रहा। धरने की अगुआई विक्रम कसाना ने की। संचालन होशियार सिंह गिल ने किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार किसानों पर कानून थोप रही है। इससे खेतीबाड़ी को घाटा हो रहा है।
जजपा के नेताओं को भी अकाली दल की तरह किसानों का समर्थन करना चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने किसानों के नाम पर वोट ली थी, लेकिन अभी वही किसानों के विरोध में खड़ा है। उसको इस्तीफा देकर किसानों के साथ आ जाना चाहिए। तभी उसे किसान का बेटा माना जाएगा। अन्यथा अगले चुनाव में किसान जजपा को वोट नहीं देगा।
उन्होंने कहा कि 12 बजे से लेकर तीन बजे तक किसान यूनियन के सदस्य तीन अध्यादेशों के खिलाफ तितरम मोड पर जाम लगाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। उससे पहले सभी किसान धरने स्थल पर पहुंचेगे। वहीं 25 सितंबर को किसान काला दिवस के रूप में मनाएंगे। इस दिन किसानों द्वारा अपनी फसल मंडियों में नहीं बेची जाएगी। किसानों का कहना है कि उसके बाद 27 सितंबर से किसान गांव- गांव जाकर इस अध्यादेशों का विरोध करेंगे।
पूंडरी के पूर्व विधायक ने किसानों को दिया समर्थन
पूंडरी के पूर्व विधायक सुल्तान सिंह जड़ौला ने किसानों के धरने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भाजपा व जजपा की सरकार किसान विरोधी निर्णय ले रही है। जो किसान सरकार को सत्ता तक बैठाता है, अगर उस पर सरकार अत्याचार करेगी तो उसे सहन नहीं किया जाएगा। सरकार को इन अध्यादेशों को वापस लेना चाहिए।